मोहाली को मिलेंगे ‘ओवल चौक’, ट्रैफिक से सौंदर्य तक बदलेगी तस्वीर
कुलदीप सिंह/निस
मोहाली, 13 जुलाई
मोहाली की सबसे व्यस्त लेकिन अव्यवस्थित एयरपोर्ट रोड अब एक नया रूप लेने जा रही है। शहर की योजना में पहली बार सौंदर्य और सुविधा को साथ लेकर चलने वाली एक महत्वाकांक्षी परियोजना शुरू की जा रही है, जिसकी शुरुआत गुरुद्वारा सिंह शहीदां, सोहाना के सामने बनने वाले दो ओवल-आकार के जुड़वां चौकों से होगी।
इन दोनों चौकों को बीच से जोड़ा जाएगा, जिससे वे एकीकृत डिज़ाइन के साथ न केवल ट्रैफिक के प्रवाह को नियंत्रित करेंगे, बल्कि स्थल की दृश्यता को भी खास बनाएंगे।
परियोजना की डिज़ाइन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, टेंडर आवंटित हो चुका है और निर्माण कार्य ट्रैफिक डायवर्जन योजना के बाद शीघ्र शुरू किया जाएगा।
नगर नियोजन से जुड़े विशेषज्ञों के अनुसार, सीमित स्थान को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई यह डिज़ाइन स्मार्ट अर्बन प्लानिंग का उदाहरण बनेगी।
एयरपोर्ट रोड पर फैले सिग्नल पॉइंट्स को अब नई परिभाषा दी जा रही है। गमाडा की योजना के अनुसार, सड़क पर स्थित हर ट्रैफिक लाइट प्वाइंट पर कुल आठ चौक विकसित किए जाएंगे।
इन चौकों की डिजाइन साइट की उपलब्धता, ट्रैफिक दबाव और दृश्य संतुलन को ध्यान में रखते हुए तैयार की जा रही है, जिससे प्रत्येक चौक न केवल ट्रैफिक को सुव्यवस्थित करेगा, बल्कि उस स्थान को एक विशिष्ट पहचान भी देगा।
रेलवे अंडरपास में भी विस्तार की योजना
एयरपोर्ट रोड के उस हिस्से पर, जहां रेलवे लाइन नीचे से गुजरती है, मौजूदा अंडरपास को तीन लेन से बढ़ाकर चार लेन करने की योजना पर काम जारी है। इसके लिए गमाडा और रेलवे विभाग के बीच तकनीकी पत्राचार चल रहा है। यह चौड़ीकरण शहर की बाहरी कनेक्टिविटी और यातायात गति को नया आयाम देगा।
अब गलती सुधारी जा रही है : कुलवंत सिंह
विधायक कुलवंत सिंह ने बताया कि मोहाली शहर गमाडा के लिए राजस्व का बड़ा स्रोत है, लेकिन इसके बदले यहां के नागरिकों को अपेक्षित सुविधाएं लंबे समय तक नहीं मिलीं। अब चीजें बदल रही हैं। उन्होंने साफ कहा कि पहले की योजना में मूल गलती यही रही कि ट्रैफिक को संभालने के लिए जहां-तहां लाइटें लगा दी गईं, लेकिन चौक नहीं बनाए गए। इससे न ट्रैफिक कंट्रोल हुआ, न शहर की सूरत बेहतर बनी।
उनके अनुसार, शहर में अब तक पांच चौक बनाए जा चुके हैं और आने वाले महीनों में पूरे एयरपोर्ट रोड को एक सुविचारित ट्रैफिक व सौंदर्य संरचना के अंतर्गत बदला जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सब ‘समाधान आधारित शहरी विकास’ की दिशा में पहला ठोस कदम है।