रवि पाठक/निस
कपूरथला, 10 अप्रैल
पंजाब के गैंगस्टरों का कई राज्यों में दबदबा है। यहां गैंगस्टरों के 12 खूंखार गिरोह सक्रिय हैं। इनका यूपी और राजस्थान तक मजबूत नेटवर्क है। इन गिरोह में एक-एक हजार से ज्यादा बदमाश शामिल हैं। रंगदारी मांगने और हथियार तस्करी की वारदातों को अंजाम देते हैं। पंजाब के सीएम भगवंत मान ने उच्च पुलिस अधिकारियों की बैठक में अपने तेवरों से अवगत करवा दिया है। पंजाब में गैंगस्टरों का सफाया करना सरकार की प्राथमिकता है लेकिन यह पंजाब पुलिस के लिए आसान नहीं है। कारण सूबे में एक दर्जन के आसपास ऐसे खौफनाक गैंगस्टरों के गिरोह सक्रिय हैं, जिनकी दिल्ली, राजस्थान और यूपी तक में आतंक फैला है। इतना ही नहीं इन प्रदेशों के गैंगस्टरों ने आपस में जबरदस्त तालमेल बना रखा है, यही वजह है कि संदीप नंगल अंबियां हत्याकांड में बाहरी प्रदेशों के गैंगस्टरों की मदद ली गई। इसमें कुशल चौधरी, अमित डागर, फतेह नागरी, पीलीभीत के यादविंदर समेत कई खतरनाक गैंगस्टर शामिल थे। पंजाब पुलिस मुठभेड़ में कई खतरनाक गैंगस्टरों का सफाया कर चुकी है। इसमें प्रेमा लाहौरिया, विक्की गौंडर, रूबी तलवण, दविंदर बंबीहा, जयपाल भुल्लर व जस्सी का कोलकाता में एनकाउंटर हो चुका है। संदीप नंगल अंबियां की हत्या के बाद यह साफ हो गया है कि पंजाब कबड्डी में गैंगस्टरों का खौफ है। जग्गू भगवानपुरिया से लेकर बंबीहा गुट की नजर कबड्डी के खेल पर है। कबड्डी पर प्रमोटर करोड़ों रुपये खर्च करते हैं। घटनाएं संदीप नंगल अंबियां की हत्या के अलावा कई खौफनाक वारदात हुई हैं, जिन्होंने पंजाब को हिलाकर रख दिया। 14 अप्रैल साल 2018 में सिंगर परमीश वर्मा पर चली गोली, दिलप्रीत बाबा ग्रुप ने ली जिम्मेदारी ली। 10-11 अक्तूबर 2020 में सोपू नेता गुरलाल बराड़ की हत्या हुई जिसकी बंबीहा ग्रुप ने जिम्मेदारी ली। आठ फरवरी 2021 में फरीदकोट में कांग्रेस नेता गुरलाल सिंह की हत्या की गई जिसकी जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप ने ली। 7अगस्त 2021 को मोहाली में अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या का जिम्मा बंबीहा ग्रुप ने लिया। बलबीर सिद्धू के करीबी हरप्रीत से 40 लाख की रंगदारी, लॉरेंस ग्रुप ने ली जिम्मेदारी। दो जून 2018 को पंजाबी गायक गिप्पी ग्रेवाल से मांगी रंगदारी, दिलप्रीत ढाहा ग्रुप ने ली जिम्मेदारी। इसी तरह से 28 सितंबर 2019 को बुड़ैल में सोनू शाह की हत्या लॉरेंस ग्रुप ने करायी। 18 मार्च 2020 को सुरजीत बाउंसर की हत्या का जिम्मा दविंदर बंबीहा ने लिया।
हर गिरोह का है अपना एरिया
नंगल से मोहाली तक केसर मल्ली और बचित्र का गैंग सक्रिय हैं। केसर मल्ली गैंग में 25 और बचित्र गैंग में 30 के करीब युवा हैं। ये दोनों गैंग अक्सर एक-दूसरे के सदस्यों पर हमले करते हैं। मल्ली गैंग विक्की गौंडर के साथ जुड़ा हुआ था। पुलिस फाइल के मुताबिक जस्सी कलमा, दिलप्रीत ढाहा, मनी बंसाली, सुखा आजमपुरिया और राणा समाणा इसके शार्प शूटर हैं। लॉरेंस बिश्नोई का गिरोह इस समय आतंक का पर्याय बना हुआ है। इस गैंग में 600 कुख्यात शार्प शूटर शामिल हैं। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली एनसीआर में यह गैंगस्टर सिरदर्द बना है। राजस्थान की अजमेर जेल में बंद होने के बावजूद बॉलीवुड स्टार सलमान खान और पंजाब के चार बड़े सिंगर लॉरेंस के निशाने पर हैं। फिल्म रेडी की शूटिंग के दौरान एक बार लॉरेंस ने अपने गुर्गों के जरिये सलमान खान पर हमले का प्लान बनाया था। लॉरेंस का सबसे महत्वपूर्ण मोहरा गैंगस्टर काला जठेड़ी का गुरु नरेश शेट्टी ही वह शख्स है, जिसे सलमान खान को मारने का प्लान सौंपा गया था। लॉरेंस व जग्गू भगवानपुरिया ने पंजाब में आपस में हाथ मिला लिया है और उनकी दविंदर बंबीहा गुट से लगातार गैंगवार होती रहती है।