मोहाली, 2 जून (निस)
नयागांव के मसौल एवं टांडी गांव के बीच में शिवालिक की पहाड़ियों के बीच में बन रहे फेयर हेवन नाम से फार्म हाउस काटने के हाई प्रोफाइल मामले में कार्रवाई करने वाले जिला वन अधिकारी गुरअमनप्रीत सिंह एवं ठेकेदार हम्मी को विजिलेंस ने 2 लाख रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। विजिलेंस टीम ने दोनों अधिकारियों को बृहस्पतिवार सुबह करीब 8 बजे उनके चंडीगढ़ स्थित सरकारी आवास से गिरफ्तार किया। डब्ल्यूडब्ल्यूआईसीएस के डायरेक्टर दविंदर संधू ने डीएफओ पर 2 लाख की रिश्वत मांगने और हम्मी ठेकेदार पर मध्यस्थता करने की शिकायत विजिलेंस को दी थी। सबूत के तौर पर वीडियो व आडियो रिकार्डिंग पेन ड्राडव में डालकर दी गई थी। इसकी जांच विजिलेंस ने की और दोनों आरोपियों पर मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया। इस मामले में दविंदर संधू ने 29 मई को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता कर जिला वन अधिकारी गुरअमनप्रीत सिंह पर 2 लाख रिश्वत मांगने के आरोप लगाए थे। उन्होंने खुलासा किया था कि फेयर हेवन फार्म हाउस प्रोजेक्ट मामले में 30 अप्रैल को डीएफओ गुरअमनप्रीत सिंह के साथ एक मीटिंग हुई थी। इसमें अधिकारी की तरफ से एक करोड़ रुपए रिश्वत की मांग की गई थी। इसके अलावा हर फार्म हाउस की बिक्री पर 5 लाख रुपये मांगा जा रहा था। दविंदर संधू ने बताया कि मीटिंग के दौरान 2 लाख रुपये की राशि रिश्वत के तौर पर दी गई थी। उसे मीटिंग में आने से पहले ही 2 लाख रुपये की रकम साथ में लाने के लिए बोला गया था। दविंदर संधू ने बताया कि उन्हें पहले से ही शक था जिस कारण उन्होंने उस मीटिंग में हुई बातों की वीडियो रिकार्डिंग कर ली थी। जिसे उन्होंने सबूत के तौर पर विजिलेंस ब्यूरो को दिया।
2 अन्य कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच
वीडियो की जांच कर डीएफओ गुरअमनप्रीत सिंह और मध्यस्थता करने वाले ठेकेदार हम्मी को गिरफ्तार कर लिया गया है । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डीएफओ गुरअमनप्रीत सिंह अभी छुट्टी पर चल रहे थे। उन्हें विजिलेंस की कार्रवाई का पहले ही अंदेशा था । मामले में विभाग के दो अन्य कर्मचारियों की भूमिका की जांच भी की जा रही है । जिन्होंने 27 अप्रैल को डीएफओ की मुलाकात का संदेश लेकर देविंदर संधू से मुलाकात करवाई थी।