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नहरों में आ रहा गंदा पानी, मुख्यमंत्री का फूंका पुतला

अबोहर, 16 अप्रैल (निस) पिछले काफी समय से नहरों में आ रहे केमिकल युक्त गंदे पानी के विरोध में आज भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के सदस्यों की एक बैठक मार्केट कमेटी के किसान भवन में संपन्न हुई। इसके बाद बड़ी...
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अबोहर, 16 अप्रैल (निस)

पिछले काफी समय से नहरों में आ रहे केमिकल युक्त गंदे पानी के विरोध में आज भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के सदस्यों की एक बैठक मार्केट कमेटी के किसान भवन में संपन्न हुई। इसके बाद बड़ी संख्या में किसानों ने फाजिल्का रोड पर गांव डंगरखेड़ा के नजदीक से गुजरती नहर पर पहुंच कर मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का पुतला फूंका और नहरों में छोड़े जा रहे गंदे पानी को तुरंत ही बंद करवाने की मांग की।

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इस मौके पर गंदे पानी के खिलाफ लगातार संघर्ष कर रहे अमितेज सिंह मान भी विशेष तौर पर मौजूद थे। किसान भवन में हुई बैठक के दौरान अमितेज सिंह मान ने इस गंभीर मुद्दे पर अपने विचार पेश करते हुए कहा कि सरहिंद फीडर से निकलने वाली सभी नहरों में केमिकल युक्त विषैला पानी आ रहा है। जिससे एक ओर जहां जमीनें बंजर हो रही हैं दूसरी ओर यह केमिकल फसलों के माध्यम से इंसानों के शरीर तक जा रहा है। जिससे इंसानों में विभिन्न प्रकार की बीमारियां फैल रही हैं।

नहरों में यह केमिकल युक्त गंदा पानी पिछले कई दिनों से लगातार बह रहा है। लेकिन जिला प्रशासन और स्थानीय अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे। इधर शहर और गांवों के वाटर वर्क्सों में इस पानी का भंडारण बंद कर दिया गया है। ताकि इसका सेवन करने से लोगों में पैदा होने वाली बीमारियों से बचाया जा सके।

इसी से शहर व गांवों में पानी के लिए हाहाकार मची हुई है। मालवा क्षेत्र के बड़ी संख्या में नेता काफी समय से सत्ता का सुख भोग रहे हैं। लेकिन इन नेताओं ने नहरों में आ रहे गंदे पानी के खिलाफ आज तक न तो विधानसभा में और न ही लो सभा में कोई आवाज उठाई।

किन्नू की पैदावार हो गई कम

किसानों ने कहा कि केमिकल युक्त गंदे पानी के कारण किन्नू के फलों बागों की पैदावार कम हो गई और बड़ी संख्या में किन्नू के बाग सूखने लगे तो किसानों ने बागों को उखाड़ना शुरू कर दिया। इससे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को बड़ा झटका लग रहा है। इसके बाद सभी किसान नहर पर पहुंचे और इसमें छोड़े जा रहे गंदे पानी का जायजा लेते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर सुखमंदर सिंह सुख, सुखजिंद्र सिंह राजन तथा दर्शन सिंह गिदड़ावाली व बड़ी संख्या में अन्य लोग मौजूद थे।

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