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घग्गर नदी की मानसून से पहले सफाई जरूरी : उपायुक्त

संगरूर, 15 मई (निस) आगामी मानसून सीजन के दौरान बाढ़ जैसी स्थिति से बचाव के लिए जिला प्रशासन संगरूर ने पहले से ही रोकथाम के उपाय शुरू कर दिए हैं। इस संबंध में डिप्टी कमिश्नर संदीप ऋषि ने विभिन्न विभागों...
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संगरूर, 15 मई (निस)

आगामी मानसून सीजन के दौरान बाढ़ जैसी स्थिति से बचाव के लिए जिला प्रशासन संगरूर ने पहले से ही रोकथाम के उपाय शुरू कर दिए हैं। इस संबंध में डिप्टी कमिश्नर संदीप ऋषि ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की और समय रहते सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक को संबोधित करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि बाढ़ जैसी स्थिति से बचने के लिए सबसे ज़रूरी है कि जिला संगरूर की सीमा में बहने वाली घग्गर नदी की सफाई तुरंत शुरू की जाए और इसे 30 जून से पहले-पहले पूरा किया जाए। इसके साइफन की सफाई भी आवश्यक है। इसी तरह प्रभावित होने वाले गांवों के तालाबों की सफाई भी तुरंत शुरू की जाए। लोगों के घरों में पानी न घुसे, इसके लिए गलियों और नालियों की सफाई भी आवश्यक है। गांवों की तर्ज पर शहरों को भी बरसाती पानी से बचाना जरूरी है। इसके लिए शहरों के सीवरेज और गलियों की नालियों की सफाई तुरंत शुरू करवाई जाए। इस काम के लिए पंजाब सरकार से प्राप्त सुपर सक्शन और जेटिंग मशीनों का पूरा उपयोग किया जाए। इन मशीनों को चलाने की जिम्मेदारी सीवरेज बोर्ड की है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि शहरों में पानी रुका तो कार्यकारी अधिकारी व्यक्तिगत तौर पर जिम्मेदार होंगे। सफाई से संबंधित कराए गए ड्रोन सर्वे के अनुसार कार्य शुरू किए जाएं। बरसात के मौसम से पहले रेत से भरे बोरे भी तैयार रखे जाएं ताकि किसी भी आपात स्थिति में उनका प्रयोग किया जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि जल्द से जल्द तहसील और जिला स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएं।

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बैठक में उपस्थित ड्रेनेज विभाग के एक्सईएन गुंदीप बांसल ने बताया कि घग्गर नदी में 25,000 क्यूसेक पानी बहने की क्षमता है। पिछले साल 745-46 फीट तक पानी बहा था। इस बार भी उम्मीद है कि पानी इससे कम स्तर तक ही पहुंचेगा। उन्होंने बताया कि पिछले साल मकरोड़ साहिब से कढ़ैल तक बांध को 15 फीट चौड़ा किया गया था। इस बार भी बाकी बचे बांधों की मजबूती का कार्य लगातार जारी है।

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