होशियारपुर, 10 मई (निस)
पंजाब पुलिस ने कोटा से 21 साल के युवक को उठाया, लेकिन उसकी गिरफ्तारी दिखाई 881 किलोमीटर दूर होशियारपुर में दिखाई। इसके बाद उसके खिलाफ 10 किलोग्राम अफीम रखने का केस दर्ज कर लिया गया। आरोपी युवक पिछले 3 महीने से गुरदासपुर की जेल में बंद है। युवक के परिजनों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। हाईकोर्ट के आदेश के बाद ही कोटा पुलिस ने केस दर्ज किया है। हालांकि इस मुद्दे पर अब कोई भी पुलिस अफसर कुछ कहने को तैयार नहीं है। वह मामले की जानकारी न होने की बात कह रहे हैं। 9 मार्च को होशियारपुर पुलिस ने नारकोटिक्स एक्ट का केस दर्ज किया था, जिसमें पुलिस ने दावा किया था कि हरनूर सिंह नामक शख्स से 10 किलोग्राम अफीम बरामद की गई है। पुलिस ने हिमाचल प्रदेश की तरफ जा रही राजस्थान नंबर की एक गाड़ी को रोका। उसमें से यह अफीम बरामद हुई। पंजाब पुलिस 9 मार्च को हरनूर को कोटा से उठाकर ले गई थी। इसके बाद वह घर नहीं लौटा तो अगले दिन पिता निर्मल सिंह ने थाना कलेरा में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। फिर उन्होंने हरनूर की एप्पल आईडी के माध्यम से लोकेशन तलश करनी शुरू कर दी। उन्हें हैरानी हुई, जब उसकी आखिरी लोकेशन होशियारपुर के एसपी के निवास स्थान की आई। इसके बाद उन्होंने पठानकोट के एसएसपी के जरिए पता करवाया। तब उन्हें पता चला कि हरनूर पर होशियारपुर पुलिस ने 10 किलोग्राम अफीम बरामदगी का केस दर्ज हुआ है। इस मामले में तुरंत पुलिस ने चालान तक पेश कर दिया। हालांकि अब उस पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। किडनैपिंग केस के आरोप में सीआईए के प्रभारी लखवीर सिंह, गुरलाभ सिंह, लाल सिंह, गुरनाम सिंह, महेश शंकर, आरती, बूटा सिंह, सुखदेव सिंह, सुमित कुमार, गुरप्रीत, त्रिलोक सिंह, रमन कुमार, जसप्रीत सिंह और एक पीपीएस अफसर (डीएसपी) को नामजद किया गया है। राजस्थान पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 365, 343, 394, 120बी 115, 167 और एनडीपीएस एक्ट की धारा 59 के तहत केस दर्ज किया है। राजस्थान के मामले में पुलिस ने वहां की लोकल पुलिस को सूचना नहीं दी थी।
सीसीटीवी फुटेज से खुला राज
हरनूर पर केस के बारे में पता चला तो परिजनों ने पड़ताल की। इसमें पता चला कि उसकी गिरफ्तारी होशियारपुर से दिखाई गई है। इसके बाद परिजनों ने पहले उस होटल की सीसीटीवी फुटेज निकलवाई, जहां पुलिस वाले हरनूर को मिले थे। फिर रास्ते में एक होटल में रुककर उन्होंने खाना खाया था, वहां के भी फुटेज निकाले गए। कोटा से होशियारपुर तक के सभी टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज भी परिजनों ने निकलवाए। जिसके बाद हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी कि होशियारपुर पुलिस ने झूठा केस दर्ज किया है। परिजनों के मुताबिक हरनूर को फोन गया था। जिसमें कहा गया कि वह आईलैट्स का काम करते हैं। हमें राजस्थान में कुछ लड़कों की जरूरत है। इसके बाद 21 साल के हरनूर ने क्लार्क होटल में बुला लिया। वहीं से पंजाब पुलिस की टीम उसे उठा लाई। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि पुलिस वाले एक इनोवा और सरकारी बोलेरो गाड़ी लेकर वहां गई थी।