धर्म के साथ खिलवाड़ करते हैं अकाली दल के लोग : भगवंत
संगरूर, 28 मई (निस)
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि अकाली दल के लोग धर्म के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और उसका इस्तेमाल कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे जत्थेदारों को भी अपना कर्मचारी समझते हैं। जत्थेदारों को बदलने के बाद अब वे विरसा सिंह वल्टोहा को माफ करेंगे और फिर प्रकाश सिंह बादल से वापस ली गई फख्र-ए-कौम की उपाधि बहाल करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब अकाली दल सत्ता में नहीं होता तो पंथ को खतरा होने का शोर मचाते हैं और जब सरकार बन जाती है तो बुरे लोगों को महत्वपूर्ण पदों पर बिठा देते हैं। मुख्यमंत्री आज सरकार आप के द्वार कार्यक्रम के तहत विभिन्न गांवों के सरपंचों को संबोधित करने पटियाला पहुंचे थे। इस मौके पर मान ने कहा कि बिक्रम सिंह मजीठिया की कानून व्यवस्था की बात बेहद हास्यास्पद है क्योंकि उनकी सरकार के दौरान थाने के सामने पुलिस अधिकारी की हत्या कर दी गई, जेल ब्रेक की घटना भी उनकी सरकार के दौरान हुई। इतना ही नहीं, उनकी सरकार के दौरान पंजाब में नशा और गैंगस्टर भी खूब फले-फूले हैं। उन्होंने कहा कि अकाली दल के सुच्चा सिंह लंगाह द्वारा क्रांति लाने की बात भी हास्यास्पद है, क्योंकि उनके बारे में पूरी दुनिया जानती है।
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि 2014 में भी उन्होंने मजीठिया के खिलाफ आवाज उठाई थी, कार्रवाई अभी भी जारी है और नशा कारोबारी ज्यादा दिन तक बच नहीं सकते। उन्होंने कैप्टन अमरेंदर सिंह का नाम लिए बिना कहा कि उनके चाचा भी उन्हें बचाने के लिए केस को बिगाड़ रहे हैं, लेकिन अब हम इन मामलों को रफा-दफा करके दोषियों के खिलाफ जरूर कार्रवाई करेंगे। मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार सिर्फ पंजाब के विकास के लिए काम कर रही है।