मोहाली, 28 मई (निस)
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बलबीर सिंह सिद्धू ने राज्य की आम आदमी पार्टी सरकार पर मेडिकल छात्रों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आज पंजाब के सरकारी मेडिकल कॉलेजों की फीस इतनी बढ़ गई है कि आम घरों से आने वाले छात्रों के लिए डॉक्टर बनना एक सपना बनकर रह गया है। सिद्धू ने कहा, कांग्रेस सरकार के समय मेडिकल कॉलेज की फीस 4.4 लाख रुपये थी, लेकिन मौजूदा सरकार ने इसे बढ़ाकर 9.5 लाख रुपये कर दिया है। यह छात्रों के साथ अन्याय है। इंटर्नशिप कर रहे मेडिकल छात्रों को कम वजीफा मिलने पर उन्होंने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि 2019 में कांग्रेस सरकार ने वजीफा बढ़ाकर 15,000 किया था, लेकिन आम आदमी पार्टी की सरकार के तीन साल बाद भी यह अब तक 500 प्रतिदिन ही है, जो पूरे देश में सबसे कम है। उन्होंने बताया कि हरियाणा, हिमाचल और चंडीगढ़ जैसे राज्यों में मेडिकल इंटर्न्स को 30,000 से 35,000 तक वजीफा मिलता है, जबकि पंजाब के छात्र उसी मेहनत के बावजूद आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा- इन युवाओं को 18 से 36 घंटे की थकाऊ ड्यूटी करनी पड़ती है, लेकिन सरकार उनकी मेहनत की अनदेखी कर रही है। यही युवा भविष्य में स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ बनेंगे। कोरोना काल की याद दिलाते हुए सिद्धू ने कहा, जब पूरा देश घरों में बंद था, तब यही डॉक्टर जान बचा रहे थे। आज उन्हें सम्मान के बजाय उपेक्षा मिल रही है। अंत में उन्होंने सरकार से मांग की कि मेडिकल कॉलेजों की फीस को पुराने स्तर पर लाया जाए। सिद्धू ने चेतावनी दी कि यदि छात्रों के साथ न्याय नहीं हुआ, तो कांग्रेस कानूनी और लोकतांत्रिक तरीके से संघर्ष करेगी। उन्होंने कहा कि यही युवा भविष्य में स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ बनेंगे । कोरोना काल की याद दिलाते हुए सिद्धू ने कहा, जब पूरा देश घरों में बंद था, तब यही डॉक्टर जान बचा रहे थे।