Yogi Adityanath बोले- कभी अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं पर गोलियां चलती थीं, आज होती है पुष्प वर्षा
अयोध्या, 5 जून (भाषा)
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कभी अयोध्या आने वाले रामभक्तों पर गोलियां चला करती थीं। श्रद्धालुओं पर लाठी डंडे बरसाकर उन्हें प्रताड़ित किया जाता था, लेकिन आज उनपर पुष्प वर्षा होती है। उन्हें पीने के लिए शुद्ध पानी मिलता है। अयोध्या आज पूरी दुनिया के सामने 'अतिथि देवो भव:' की नई परिभाषा गढ़ रही है।
सीएम योगी ने आज अपने एक दिवसीय अयोध्या दौरे के दौरान चौधरी चरण सिंह पुष्प वाटिका में पौधारोपण किया। इसके बाद उन्होंने राम कथा पार्क में आयोजित अयोध्या नगर निगम के वर्तमान बोर्ड के दो वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने गंगा दशहरा, सरयू महोत्सव और विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं दीं। साथ ही अयोध्या के विकास और पर्यावरण संरक्षण के लिए नगर निगम द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
सीएम ने बीते समय को याद करते हुए कहा कि आज अयोध्या की पहचान विश्व पटल पर बदल रही है। 22 जनवरी, 2024 को पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा ने 500 साल के लंबे इंतजार को समाप्त किया। सीएम ने गंगा दशहरा के पावन अवसर पर सरयू महोत्सव के आयोजन की सराहना की। कहा कि मां सरयू और भगवान श्रीराम का गहरा संबंध है। अयोध्या की पहचान मां सरयू के बिना अधूरी है। हजारों वर्षों से यह पवित्र नदी हमें दर्शन दे रही है।
योगी ने प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई नमामि गंगे परियोजना की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले गंगा का जल प्रदूषित हो गया था। पिछली सरकारों द्वारा विकास के नाम पर अनियोजित और अवैज्ञानिक ढंग से कार्य करने के चलते गंगा पूरी तरह से प्रदूषित हो गई थीं। नमामि गंगे के माध्यम से गंगा की अविरलता और निर्मलता को पुनर्स्थापित किया गया।
आदित्यनाथ ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए यह अभियान शुरू किया है। यदि प्रत्येक व्यक्ति एक पेड़ मां के नाम पर लगाए, तो पर्यावरण संकट कभी नहीं आएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने आज सुबह लखनऊ में अपने आवास पर बेल और उसके बाद अयोध्या में सरयू तट पर पुष्प वाटिका में पीपल, पाकड़, नीम और नौग्रहों के पेड़ लगाए गए।