नयी दिल्ली, 27 जून (एजेंसी)
राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को होने जा रहे चुनाव में विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने सोमवार को राहुल गांधी और शरद पवार समेत कई प्रमुख विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया। सिन्हा ने नामांकन पत्रों के चार सेट राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी को सौंपे। पीसी मोदी राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी हैं। नामांकन दाखिल करने के बाद सिन्हा ने संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी और भीमराव आंबेडकर की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया।
अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राजग सरकार में वित्त और विदेश मंत्री जैसे अहम पदों पर रह चुके सिन्हा आगामी 28 जून को तमिलनाडु से अपने चुनाव प्रचार अभियान का आगाज कर सकते हैं। पहले चरण में ही वह कर्नाटक एवं केरल का भी दौरा कर सकते हैं। विपक्षी दलों ने सिन्हा को 21 जून को अपना साझा उम्मीदवार घोषित किया था। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने पिछले सप्ताह शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया था।
सिन्हा के नामांकन दाखिल करने के मौके पर राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, द्रमुक नेता ए राजा और नेकां के नेता फारूक अब्दुल्ला मौजूद थे। इनके साथ ही, तृणमूल कांग्रेस, माकपा, भाकपा आदि के कुछ अन्य विपक्षी नेता भी उपस्थित थे। कांग्रेस की सहयोगी झारखंड मुक्ति मोर्चा सिन्हा के नामांकन से दूर रही।
‘भाजपा के पुराने साथियों से करूंगा संपर्क ’
यशवंत सिन्हा ने सोमवार को कहा कि वह समर्थन के लिए भाजपा में अपने पुराने सहयोगियों से संपर्क करेंगे। उन्होंने यहां संवाददाताओं से बातचीत में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को ‘प्रतीकात्मक राजनीति’ का हिस्सा करार दिया और कहा कि वह पिछड़े समुदायों के कल्याण के संदर्भ में मोदी सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड पर चुनाव लड़ेंगे। सिन्हा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंतर्गत भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं जिस भाजपा का हिस्सा था उसमें आंतरिक लोकतंत्र था, मौजूदा भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव है।’
टीआरएस समर्थन देगी
तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस ने सोमवार को कहा कि वह राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का समर्थन करेगी। जब सिन्हा इस शीर्ष पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल कर रहे थे, तब तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष एवं राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी एवं उद्योग मंत्री के टी रामाराव अपनी पार्टी के सांसदों के साथ वहां मौजूद थे।