श्रीनगर, 7 मई (एजेंसी)
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में मंगलवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन टीआरएफ के शीर्ष कमांडर समेत दो आतंकवादी मारे गए। अधिकारियों के मुताबिक मारा गया ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) का शीर्ष कमांडर पुलिसकर्मियों और आम नागरिकों की हत्या के कई मामलों में शामिल था। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक वीके बिरधी के अनुसार मारे गए आतंकवादियों में से एक की पहचान बासित डार के रूप में की गई है, जो द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) की ‘ए’ श्रेणी का आतंकवादी था।
सुरक्षाबलों को रेडवानी गांव में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया सूचना मिली थी, जिसके बाद सोमवार रात वहां घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया गया था। ‘आतंकवादियों की ओर से पहले गोलीबारी की गयी। आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने का अवसर दिया गया, लेकिन उन्होंने सुरक्षाबलों पर लगातार गोलीबारी जारी रखी। इस अभियान में दो आतंकवादी मारे गए हैं और उनके शव बरामद कर लिए गए हैं।’बिरधी ने बासित डार के मारे जाने को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताते हुए कहा कि वह श्रीनगर शहर में हुई घटनाओं सहित 18 मामलों में शामिल था। एनआईए ने 2022 में डार पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
पाक में बैठे आतंकी आकाओं की संपत्तियां कुर्क : जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में पाकिस्तान में बैठे 7 आतंकी आकाओं की संपत्तियां कुर्क कर दी गईं। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि बारामूला में अतिरिक्त सत्र अदालत द्वारा पारित कुर्की आदेश प्राप्त होने के बाद पाकिस्तान स्थित आतंकी आकाओं की 13 कनाल जमीन कुर्क की गई। इनकी पहचान शेखपोरा के शब्बीर अहमद सोफी, वारिपोरा पाईन के गुलाम नबी अलाई, वारपोरा बाला के गुलाम नबी शेख, रेशीपोरा औथूरा के शरीफ उद दीन चोपन और गुल्ला शेख, सलूसा के मोहम्मद रफीक खान और फ्रास्थर तिलगाम के अब्दुल हमीद पर्रे के रूप में की गयी है।