संगम तट पर बना स्वच्छता का विश्व कीर्तिमान
हरि मंगल
महाकुंभनगर, 24 फरवरी
प्रयागराज में चल रहे विश्व के सबसे बड़े धार्मिक समागम महाकुंभ में 63 करोड़ से अधिक श्रद्धालु त्रिवेणी में डुबकी लगा चुके है। श्रद्धालुओं के संगम पहंचने का प्रतिदिन नया कीर्तिमान बन रहा है तो दूसरी ओर सरकार ने जिस भव्य, दिव्य और स्वच्छ कुंभ की परिकल्पना करके व्यवस्थाएं की थीं, वह साकार होकर विश्व रिकाॅर्ड के पन्नों पर दर्ज हो रही हैं। सोमवार को महाकुंभ में 21000 से अधिक स्वच्छता कर्मियों ने एक साथ सफाई अभियान चलाकर विश्व के सबसे बड़े स्वच्छता अभियान के रूप में 'गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड’ में स्थान बनाया।
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को स्वच्छ कुंभ का संदेश देने के लिये के लिये सरकार की ओर से व्यापक पैमाने की व्यवस्था की गई थी। सोमवार को दोपहर 12 बजे इस महा अभियान के लिये 21 हजार से अधिक स्वच्छता कर्मचारी एकत्र हुये। सभी के हाथों पर क्यूआर कोड वाला बैंड पहना कर नियम बताये गये। इस अवसर पर विशेष कार्याधिकारी महाकुंभ आकांक्षा राना और उनके साथ गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकाॅर्ड के ज्यूरी सदस्य प्रवीण पाटेल भी थे। अभियान के लिये पहले से ही 4 जोन बनाये गये थे। स्वच्छता कर्मियों द्वारा जोन-1 में परेड सेक्टर-2 की हेलीपैड पार्किंग, जोन-2 में सलोरी व नागवासुकी क्षेत्र का भारद्वाज घाट, जोन-3 में झूंसी की पुरानी जीटी रोड एवं हरिश्चन्द्र घाट तथा जोन-4 में अरैल क्षेत्र के चक्रमाधव घाट पर एक साथ सफाई अभियान चलाया गया। इस अभियान के साथ ही प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने 2019 के कुंभ में बनाये गये अपने ही कीर्तिमान को तोड़ दिया। उस समय लगभग 10 हजार स्वच्छता कर्मियों ने एक साथ स्वच्छता अभियान चलाकर अनोखा विश्व रिकॉर्ड बनाया था। उस रिकाॅर्ड को भी पिछले 6 वर्ष में कोई नहीं तोड़ सका। इस बार पहले 15 हजार स्वच्छता कर्मियों के साथ विश्व रिकाॅर्ड बनाये जाने की तैयारी थी, लेकिन बाद में उसे बढ़ाकर 21 हजार कर दिया गया।
इससे पहले 300 कर्मियों ने नदी स्वच्छता कीर्तिमान बनाया
महाकुंभ से ओएसडी ने बताया कि 21 हजार स्वच्छता कर्मी स्वच्छता अभियान में शामिल हुये। कर्मियों की गिनती का सत्यापन किया जा रहा है, उसके बाद ही पता चलेगा कि कितने स्वच्छता कर्मियों ने सफलता पूर्वक अपना योगदान दिया। महाकुंभ 2025 में बना दूसरा विश्व कीर्तिमान है। इसके पूर्व 14 फरवरी को 300 स्वच्छता कर्मियों ने एक साथ नदी स्वच्छता का कीर्तिमान बनाया था। महाकुंभ में जो विश्व रिकाॅर्ड बन रहे हैं, उनका प्रमाण पत्र गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकाॅर्ड की टीम द्वारा 27 जनवरी को मेला समापन कार्यक्रम में जारी होगा।
महाकुंभ भगदड़ : न्यायिक जांच आयोग ने की पूछताछ
इधर, महाकुंभ के तीसरे स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर 29 जनवरी को हुई भगदड़ की घटना की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग की टीम ने सोमवार को यहां समीक्षा बैठक की। अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) भानु भास्कर ने आयोग की बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया, न्यायिक जांच आयोग की टीम ने यहां ‘इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर’ में आयोग के सदस्यों ने मेला अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर सभी विषयों एवं तथ्यों की पड़ताल की। उन्होंने बताया कि आयोग की अगली बैठक महाशिवरात्रि के बाद होगी, जिसमें और दस्तावेज उपलब्ध कराए जाएंगे। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित न्यायिक आयोग ने इससे पूर्व, 31 जनवरी को संगम नोज स्थित घटनास्थल का निरीक्षण किया था और अधिकारियों से जानकारी ली थी। आयोग के सदस्यों ने अस्पताल में भर्ती घायलों से भी पूछताछ की थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति हर्ष कुमार की अध्यक्षता वाले इस आयोग में पूर्व पुलिस महानिदेशक वीके गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डीके सिंह शामिल हैं।