पिथौरागढ़, 20 नवंबर (एजेंसी) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि भारत अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे रिश्ते चाहता है, लेकिन चेतावनी दी कि अगर किसी देश ने उसकी एक ईंच जमीन भी हड़पने की कोशिश की, तो उसे करारा जवाब मिलेगा। भाजपा के वरिष्ठ नेता सिंह उत्तराखंड में ‘शहीद सम्मान यात्रा’ के दूसरे चरण की शुरुआत करने पहुंचे थे, जो पिथौरागढ़ जिले में झौलखेत मूनाकोट से शुरू हुआ। उन्होंने कहा, ‘हम अपने पड़ोसियों के साथ अच्छा संबंध चाहते हैं। भारत ने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया, न ही इसने किसी विदेशी भूमि पर कब्जा किया है। पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध भारत की संस्कृति रही है, लेकिन कुछ लोग इसे नहीं समझते हैं। मुझे नहीं पता कि यह उनकी आदत है या स्वभाव।’ पाकिस्तान का नाम लेते हुए सिंह ने कहा कि वह आतंकवादी गतिविधियों के माध्यम से भारत को अस्थिर करने का प्रयास करता रहता है और उसे कड़ा संदेश दे दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘हमने पश्चिमी सीमा पर अपने पड़ोसी को स्पष्ट संदेश दिया है कि अगर उसने सीमा लांघी तो हम न केवल सीमाओं पर पलटवार करेंगे, बल्कि उसके क्षेत्र में भी घुस जाएंगे और सर्जिकल एवं हवाई हमले करेंगे।’ रक्षा मंत्री ने चीन का नाम लिए बगैर कहा, ‘हमारा एक और पड़ोसी है (जो लगता है चीजों को नहीं समझता है)।’ उन्होंने कहा कि वह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि अगर दुनिया के किसी भी देश ने ‘हमारी एक ईंच जमीन भी हड़पने का प्रयास किया तो भारत करारा जवाब देगा।’
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।