नयी दिल्ली, 8 जुलाई (ट्रिन्यू)
भाजपा सिख नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का विरोध करने की शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की घोषणा पर आश्चर्य व्यक्त किया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि एसजीपीसी यह स्पष्ट करे कि जब कानून आयोग ने यूसीसी पर कोई मसौदा ही जारी नहीं किया है तो वह अस्तित्वहीन यूसीसी का विरोध करने पर क्यों अड़ी हुई है।
उन्होंने कहा कि कोई भी सरकार सिख परंपराओं के साथ छेड़छाड़ करने की हिम्मत नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि उन्हें यह देखकर आश्चर्य हुआ कि एसजीपीसी ने अपनी बैठक के बाद बयान जारी किया है कि वह यूसीसी के खिलाफ है, क्योंकि सिख धर्म की अपनी पहचान और मान्यताएं हैं। उन्होंने एसजीपीसी अध्यक्ष से यह स्पष्ट करने को कहा कि एसजीपीसी किस यूसीसी ड्राफ्ट का विरोध कर रही है।
सिरसा ने अकाली दल के नियंत्रण की ओर इशारा करते हुए एसजीपीसी पर अपने राजनीतिक आकाओं के अनुसार चलने का आरोप लगाया। सिरसा ने कहा कि कानून आयोग को यह बताने के बजाय कि सिख समुदाय अपनी अलग धार्मिक पहचान और धार्मिक मान्यताओं के महत्व पर क्या महसूस करता है, एसजीपीसी एक अस्तित्वहीन यूसीसी का विरोध कर रही है। उन्होंने कहा कि केवल अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए विरोध करना एसजीपीसी का काम नहीं है।