जम्मू, 25 जून (एजेंसी) भूस्खलन के कारण चार दिन बंद रहने के बाद 270 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार को दोनों तरफ से यातायात बहाल हो गया। हालांकि, कश्मीर से जम्मू को जोड़ने वाले वैकल्पिक मार्ग मुगल रोड पर ताजा भूस्खलन होने से यातायात बाधित रहा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि उधमपुर जिले के समरोली क्षेत्र में शुक्रवार को भूस्खलन का मलबा हटाए जाने के बाद, मंगलवार शाम से राष्ट्रीय राजमार्ग पर फंसे सैकड़ों वाहन निकल सके। यातायात विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘आज सुबह दोनों तरफ से (जम्मू और श्रीनगर) यातायात बहाल हुआ जो सुगमता से जारी है।’ लगातार हो रही वर्षा के कारण भूस्खलन और मिट्टी खिसकने से मंगलवार शाम को रामबन और उधमपुर जिलों में लगभग तीन दर्जन स्थानों पर राजमार्ग बाधित रहा। इसके कारण दो हजार से ज्यादा वाहन फंसे थे जिनमें अधिकांश ट्रक थे। अधिकारी ने कहा कि रात में सभी वाहनों को निकाल दिया गया और यातायात बहाल हुआ। उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण पन्थियाल पर एक स्टील की सुरंग की मरम्मत का काम कर रहा है जो पहाड़ों से पत्थर गिरने से क्षतिग्रस्त हो गया था। अधिकारी ने बताया कि जम्मू के पुंछ और राजौरी को शोपियां से जोड़ने वाली मुगल रोड शनिवार को भूस्खलन होने के कारण बंद है और मलबा हटाने का काम जारी है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।