Destination Wedding के लिए तैयार होंगे पर्यटन स्थल, CM ने अधिकारियों को दिए निर्देश; पिंजौर की तर्ज पर किया जाएगा विकसित
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 21 अप्रैल।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सांस्कृतिक धरोहरों व पर्यटन के उत्कृष्ट स्थानों के तौर पर समृद्ध हरियाणा को दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए सरकार और विरासत-पर्यटन विभाग गंभीरता से काम कर रहे हैं। उन्होंने प्रदेश के पर्यटन स्थलों को पिंजौर गार्डन की तर्ज पर डेस्टिनेशन वेडिंग के तौर पर विकसित करने, हरियाणवीं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा फेस्टिवल का आयोजन करने और प्रदेश का पर्यटन कैलेंडर जारी करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री सोमवार को चंडीगढ़ में विरासत व पयर्टन विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा व विभाग के अधिकारी शामिल हुए। हरियाणा सिविल सचिवालय में हुई इस समीक्षा बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा मानवीय सभ्यता की ऐतिहासिक धरोहर संजाए हुए हैं।
इस सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों को विकसित करते हुए हम हरियाणा को दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर ले जा सकते हैं। उन्होंने समीक्षात्मक बैठक में निर्देश दिए कि प्रदेश के पर्यटन स्थलों को पिंजौर गार्डन की तर्ज डेस्टिनेशन वेडिंग के तौर पर विकसित किया जाए। सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय मेले को साल में 2 बार आयोजित करने को लेकर भी चर्चा की गई। हरियाणवीं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा फेस्टिवल का आयोजन किया जाए।
उन्होंने प्रदेश की सभी ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करने के निर्देश दिए, ताकि हमारी युवा पीढ़ी को हमारे पुराने इतिहास और संस्कृति से जोडा जा सके। युवा, विशेषकर विद्यार्थियों को इन स्थलों पर लेकर जाने व पूरी जानकारी देने की व्यवस्था की जाए। प्रदेश के 5 टूरिस्ट काम्प्लेक्सों को पीपीपी मोड़ पर चलाने के लिए निर्देश दिए हैं। विभाग इसकी योजना तैयार कर रहा है।
विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने बताया कि विभाग द्वारा हरियाणा का अपना पर्यटन कैलेंडर तैयार किया गया है। इस पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा दिए गए निर्देशों को शामिल करते हुए शीघ्र जारी किया जाएगा। टूरिस्टों को प्रदेश में पर्यटन के अधिक अवसर और आवासीय सुविधा मिले, इसके लिए होम स्टे, फार्म स्टे की संख्या बढ़ाने पर भी चर्चा हुई है।
यही नहीं, होटल मैनेजमेंट में अलग-अलग कोर्स कर रहे युवाओं को टूरिस्ट काम्प्लेक्सों में रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्हें एचकेआरएन के माध्यम से रोजगार अवसर दिए जाएंगे। प्रदेश में होटल मैनेजमेंट कोर्सों में युवाओं को एडमिशन के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। विरासत व पर्यटन मंत्री डाॅ. अरविंद शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हरियाणा को दुनिया के मानचित्र पर लेकर जाने के लिए गंभीरता से काम किया जा रहा है।
इस अवसर पर विरासत व पर्यटन विभाग की प्रधान सचिव कला रामचंद्रन, मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव यशपाल यादव, पर्यटन विभाग के निदेशक व विशेष सचिव डॉ़ शालीन, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के निदेशक अमित खत्री, हरियाणा पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. सुनील कुमार भी बैठक में उपस्थित रहे।