जम्मू, 20 जुलाई (निस)
अमरनाथ यात्रा के 200 सालों के इतिहास में यह लगातार 21वां वर्ष है जब 14500 फुट की ऊंचाई पर स्थित इस गुफा में बर्फ से बनने वाले हिमलिंग का आकार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के साथ ही घटने लगा है। बताया जाता है कि हिमलिंग का आकर घटकर एक फुट रह गया है। इस बार 27 जून को हिमलिंग की ऊंचाई करीब 18 से 20 फीट के बीच थी। बताया जा रहा है कि 29 जून को यात्रा आरंभ होने से पूर्व यह अपने पूर्ण आकार में 22 फीट के करीब था। शिवलिंग के लगातार घटने के कारण उन अमरनाथ यात्रियों के लिए चिंता का विषय है जो पिछले कई सालों से लगातार इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं। तात्कालिक कारण सबको यही लग रहा है कि हजारों भक्तों तथा उनके हाथों की गर्मी भी हिमलिंग को पिघला रही है। भक्तों की संख्या कितनी है इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यात्रा में 21 दिनों में सवा 2 लाख श्रद्धालु शामिल हो चुके हैं।
हालांकि अमरनाथ यात्रा स्थापना बोर्ड ने इसकी पुष्टि की है कि हिमलिंग को अपने पूर्ण आकार में रखने के लिए उसने रक्षा अनुसंधान विभाग से संपर्क किया है और उससे यह आग्रह किया है कि वह ऐसी तकनीक खोज निकाले जिससे भक्तों की गर्मी भी हिमलिंग को पिघला न सके।