हरियाणा की छोटी ढाणियों में भी पहुंचेगा नल से जल
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 13 फरवरी
हरियाणा के गांवों की छोटी ढाणियों में रहने वाले परिवारों के लिए अच्छी खबर है। अब सरकार ने कम आबादी वाली ढाणियों तक पेय जलापूर्ति का निर्णय किया है। केंद्र सरकार की ‘हर घर नल से जल’ योजना का विस्तार करते हुए ढाणियों के लिए तय नियमों में बदलाव होगा। साथ ही, पानी की बर्बादी को रोकने के लिए भी योजना बनाई गई है। इसके तहत गांवों में भी शहरों की तर्ज पर पानी के मीटर लगाए जाएंगे।
पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट (जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग) दोनों योजनाओं पर काम शुरू कर चुका है। भाजपा ने चुनावी संकल्प-पत्र में हर व्यक्ति को पर्याप्त व शुद्ध पेयजल मुहैया करवाने का वादा किया था। इसके तहत अब सभी ढाणियों में जलापूर्ति का निर्णय किया है। अभी तक जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा 100 लोगों या 20 परिवारों वाली ढाणियों में ही जलापूर्ति के नियम बनाए गए थे। अब इसमें बदलाव किया है। नायब सरकार ने तय किया है कि 100 से कम लोगों और 20 से कम परिवारों वाली ढाणियों में भी जलापूर्ति होगी। इस संदर्भ में विकास एवं पंचायत विभाग से ढाणियों का ब्योरा मांगा है, जिससे उनकी संख्या के हिसाब से बजट का प्रबंध किया जा सके। सूत्रों का कहना है कि इस बार पेश किए जाने वाले प्रदेश सरकार के बजट में ढाणियों में जलापूर्ति के लिए विशेष योजना व पैकेज की घोषणा हो सकती है।
ढाणियों में पहुंच चुकी है बिजली : पूर्व की मनोहर सरकार के समय ढाणियों तक गांव की बिजली आपूर्ति का निर्णय लिया जा चुका है। गांव की फिरनी के बाहर आधा किमी तक की ढाणियों में बिजली के लिए खंभों व तार आदि का प्रबंध बिजली निगमों द्वारा करने के नियम हैं। इससे दूर बसी ढाणियों के लिए मनोहर सरकार ने अलग से योजना बनाई थी। इसके तहत कुल लागत का एक हिस्सा संबंधित परिवारों को देना होता है और बाकी सरकार वहन करती है।
गांवों में भी लगेंगे पानी के मीटर शहरों में जलापूर्ति कनेक्शन के साथ पानी का मीटर लगाना अनिवार्य है। गांवों में पानी की बर्बादी सबसे अधिक होती है। इसे रोकने के लिए पब्लिक हेल्थ विभाग ने गांवों में भी पानी के मीटर लगाने की योजना बनाई है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पहले कुछ गांवों में मीटर लगाए जाएंगे। योजना सफल होने के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। इससे पहले, विशेष अभियान के चलते गांवों में टूटी लगवाने का काम किया जा चुका है। हालांकि, अभी भी बड़ी संख्या में ऐसे नल कनेक्शन हैं, जिन पर टूटी नहीं लगी है। ऐसे में पानी व्यर्थ जाता है। सरकार ने टूटी लगवाना सुनिश्चित करने के लिए विभाग को निर्देश दिए हैं।
} प्रदेश में पानी की बर्बादी को रोकने के लिए विशेष योजना पर काम चल रहा है। लोगों को जागरूक किया जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कुछ गांवों में पानी के मीटर लगाए जाएंगे। कामयाब होने पर पूरे प्रदेश में लागू करेंगे। सरकार ने ‘हर घर नल से जल’ योजना के तहत छोटी ढाणियों तक पाइप लाइन से जलापूर्ति का निर्णय लिया है। ~
-रणबीर सिंह गंगवा, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री