नयी दिल्ली, 27 जुलाई (एजेंसी)
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े कथित धन शोधन के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बुधवार को लगातार तीसरे दिन 3 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। हालांकि, उन्हें कोई नया समन जारी नहीं किया गया है, जो इस बात का संकेत है कि उनसे एजेंसी की पूछताछ पूरी हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को पूछताछ के साथ सोनिया से तीन दिन में 11 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई है। इस दौरान उनसे करीब 100 सवाल पूछे गए। उन्होंने बताया कि सोनिया से पहले दौर की पूछताछ 21 जुलाई को हुई थी। सोनिया अपनी बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा और बेटे राहुल गांधी के साथ पूर्वाह्न 11 बजे मध्य दिल्ली में संघीय जांच एजेंसी के कार्यालय पहुंचीं। जांचकर्ताओं के एक दल ने सोनिया गांधी (75) से सुबह करीब सवा 11 बजे पूछताछ शुरू की। कांग्रेस अध्यक्ष दोपहर करीब दो बजे बेटी प्रियंका के साथ ईडी दफ्तर से रवाना हुईं। प्रियंका पूछताछ के दौरान अपनी मां को कोई मदद या चिकित्सा देखभाल के लिए ईडी मुख्यालय में ही रहीं। ईडी ने सोनिया से यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड में कथित अनियमितता से जुड़े आरोप को लेकर सवाल पूछे।
कांग्रेस नेताओं ने किया प्रदर्शन, हिरासत में लिए
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और सांसदों ने सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ का विरोध में संसद भवन के बाहर धरना दिया। पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। पार्टी के ‘जी23′ समूह के दो प्रमुख सदस्य गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा भी सोनिया गांधी के समर्थन में आए। कांग्रेस सांसदों ने संसद भवन से विजय चौक तक मार्च निकाला और धरने पर बैठ गए। बाद में पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने सांसदों की गिरफ्तारी को लोकतंत्र की हत्या बताया। कांग्रेस का कहना है कि पार्टी मुख्यालय से अजय माकन, सचिन पायलट, पवन कुमार बंसल और कई अन्य नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
यह कांग्रेस का असत्य के लिए आग्रह है : नड्डा
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ईडी द्वारा सोनिया गांधी से पूछताछ के विरोध में किए जा रहे प्रदर्शनों को लेकर कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि वह एक परिवार को देश तथा कानून से ऊपर समझती है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस का सत्याग्रह नहीं है। यह असत्य के लिए आग्रह है। सच बात तो ये है कि सत्य को ग्रहण लगाने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जो विषय उठा रही हैं, वह न तो देश के लिए और न ही पार्टी के लिए आवश्यक है। यह एक परिवार को बचाने का कुत्सित प्रयास है।