सोनिया गांधी का आरोप- नेहरू की विरासत को बदनाम करने की सुनियोजित कोशिश', BJP पर साधा निशाना
Jawaharlal Nehru: कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की विरासत को "विकृत और बदनाम" करने के प्रयासों पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि इतिहास को फिर से लिखने और राष्ट्र की बुनियाद को कमजोर करने की "सुनियोजित कोशिश" की जा रही है।
जवाहर भवन में नेहरू सेंटर इंडिया के उद्घाटन कार्यक्रम में सोनिया गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर सीधा आरोप लगाया कि वह नेहरू की विरासत को "vilify" करने में लगी हुई है।
उन्होंने कहा, “नेहरू को बदनाम करना आज की सत्ता का मुख्य उद्देश्य बन गया है। उनका लक्ष्य सिर्फ उन्हें मिटाना नहीं, बल्कि उस सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक ढांचे को खत्म करना है जिस पर देश का निर्माण हुआ।”
सोनिया गांधी ने चेतावनी दी कि नेहरू के योगदान का विश्लेषण स्वागतयोग्य है, लेकिन उन्हें "अपमानित, विकृत और बदनाम करने" की कोशिशें अस्वीकार्य हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसी कोशिशें उन विचारधाराओं से प्रेरित हैं जिनका न तो स्वतंत्रता आंदोलन में कोई योगदान रहा और न ही संविधान निर्माण में। उन्होंने आरोप लगाया, “यह वही विचारधारा है जिसने नफरत का माहौल बनाकर महात्मा गांधी की हत्या तक का रास्ता तैयार किया।”
कांग्रेस नेता ने देशवासियों से अपील की कि वे इस "प्रोजेक्ट" का मुकाबला करें और भारत के मूल्यों व विरासत की रक्षा के लिए खड़े हों।
उन्होंने कहा, “रास्ता आसान नहीं है, लेकिन हमें नेहरू की स्मृति और आने वाली पीढ़ियों के लिए इस चुनौती का सामना करना ही होगा।”
नेहरू के बारे में 'झूठ फैलाने' के लिए राजनाथ को माफी मांगनी चाहिए: कांग्रेस
कांग्रेस ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के एक हालिया बयान का हवाला देते हुए शनिवार को कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के बारे में "झूठ फैलाने" के लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह दावा भी किया कि राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अपने रिश्ते को बेहतर करने के मकसद से यह बयान दिया। राजनाथ सिंह ने बीते मंगलवार को गुजरात में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि जवाहरलाल नेहरू सरकारी धन से ‘बाबरी मस्जिद' बनवाना चाहते थे, लेकिन सरदार वल्लभभाई पटेल ने उनकी योजना सफल नहीं होने दी।
रमेश ने शनिवार को 'एक्स' पर पोस्ट किया, "सरदार वल्लभभाई पटेल मेमोरियल सोसाइटी, 2025 द्वारा प्रकाशित सीए आर.एस. पटेल की पुस्तक 'समर्पित पदछायो सरदारनो' में पृष्ठ संख्या 212-213 पर गुजराती में मणिबेन की मूल डायरी प्रविष्टि यहां दी गई है। मूल डायरी प्रविष्टि में जो कुछ है और जो राजनाथ सिंह जी और उनके साथी प्रचारित कर रहे हैं, उनमें बहुत बड़ा अंतर है।"
कांग्रेस महासचिव ने इस पुस्तक के कुछ अंश भी साझा किए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपने रिश्ते सुधारने के मकसद से रक्षा मंत्री को अपने द्वारा "फैलाए जा रहे झूठ " के लिए माफी मांगनी चाहिए।
