हरीश लखेड़ा/ट्रिन्यू
नयी दिल्ली, 29 दिसंबर
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के चेयरमैन बनने की ‘जुगत’ में लगे एनसीपी प्रमुख शरद पवार अब किसान आंदोलन के नाम पर गठबंधन के नेताओं को एकजुट करेंगे। पवार ने यहां मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े कुछ किसान नेताओं को आश्वासन दिया कि यदि बुधवार की बैठक में कोई समाधान नहीं निकलता है तो वे यूपीए समेत विपक्षी दलों को कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के लिए खड़ा करेंगे। केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच बुधवार को विज्ञान भवन में बैठक होगी।
यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी की अस्वस्थता के कारण इस गठबंधन के लिए नये अध्यक्ष को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गयी है। इसके लिए एनसीपी व शिवसेना समेत यूपीए के कई घटकदल अब शरद पवार का नाम आगे बढ़ा रहे हैं। माना जा रहा है कि इसी मुहिम के तहत कोरोना काल में भी पवार दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं और लगातार विपक्षी दलों के नेताओं से मिल रहे हैं।
दिल्ली में डटे पवार से मिलने संयुक्त किसान मोर्चा के महाराष्ट्र से जुड़े 2 किसान संगठनों के नेता मंगलवार को उनके आवास पर मिले। इन किसान नेताओं के अनुसार पवार ने उन्हें 30 दिसंबर तक प्रतीक्षा करने को कहा है।