श्रीनगर, 31 अगस्त (एजेंसी)
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला को इस बात का पछतावा है कि उनकी पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में 2018 में हुए पंचायत चुनाव का बहिष्कार किया था। उन्होंने दावा कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर का अगला विधानसभा चुनाव जीतेगी। जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त किये जाने के बाद उन्होंने पहली बार संकेत दिया कि उनकी पार्टी चुनावों में हिस्सा लेगी। नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने सितंबर 2018 में पंचायत चुनाव नहीं लड़े थे और 2019 में खंड विकास परिषद (बीडीसी) के चुनाव का भी बहिष्कार किया था।
पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत करने के लिए आयोजित संसदीय सम्पर्क कार्यक्रम के दौरान मंगलवार को फारूक अब्दुल्ला ने विश्वास व्यक्त किया कि जम्मू-कश्मीर में जल्द एक सरकार बनेगी, जिसमें अधिकारी, जनता के प्रति जवाबदेह होंगे। उन्होंने कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से कहा, ‘हम जीतेंगे और मैं आपको यह अधिकार के साथ बता रहा हूं कि अगर वे स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराते हैं, तो नेशनल कॉन्फ्रेंस यहां सबसे बड़ी पार्टी होगी।’
फारूक अब्दुल्ला के संबोधन के समय मंच पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद थे। अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन के अधिकारियों के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, ‘वे फोन नहीं उठाते जैसे उनके ऊपर कोई भूत मंडरा रहा हो।’
उन्होंने सिन्हा से अनुरोध किया कि वे अधिकारियों को लोगों के फोन कॉल का जवाब देने का आदेश दें।