Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Rahul Match Fixing Remarks : राहुल गांधी ने भाजपा पर लगाए 'मैच फिक्सिंग' के गंभीर आरोप, कहा - महाराष्ट्र में सेटिंग, अब बिहार की बारी

राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव में ‘‘मैच फिक्सिंग'' का दावा किया, कहा- अगला नंबर बिहार का
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
राहुल गांधी की फाइल फोटो।
Advertisement

नयी दिल्ली, 7 जून (भाषा)

Rahul Match Fixing Remarks : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया कि 2024 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव ‘‘लोकतंत्र में धांधली का ब्लूप्रिंट'' था। उन्होंने कहा कि यह ‘‘मैच फिक्सिंग'' अब बिहार में भी दोहराई जाएगी और फिर उन जगहों पर भी ऐसा ही किया जाएगा, जहां-जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हार रही होगी।

Advertisement

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ‘‘मैच फिक्स'' किए गए चुनाव लोकतंत्र के लिए जहर हैं। उन्होंने कहा कि जो पक्ष धोखाधड़ी करता है, वो भले ही जीत जाए, लेकिन इससे लोकतांत्रिक संस्थाएं कमजोर होती हैं और जनता का नतीजों से भरोसा उठ जाता है। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर पोस्ट कर गांधी ने आरोप लगाया कि चुनाव में कथित अनियमितता के बारे में चरणबद्ध तरीके से बताया है कि कैसे मतदाता सूची में फर्जी मतदाता जोड़े गए, मतदान प्रतिशत बढ़ा चढ़ा कर दिखाए गए, फर्जी मतदान कराए गए और बाद में सबूत छिपाए गए।

गांधी ने ‘दैनिक जागरण' और ‘द इंडियन एक्सप्रेस' अखबार में प्रकाशित लेख की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, ‘‘चुनाव की चोरी का पूरा खेल! 2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लोकतंत्र में धांधली का ब्लूप्रिंट था।'' उन्होंने लिखा, ‘‘मैंने अपने लेख में चरण दर चरण विस्तार से बताया है कि कैसे यह साजिश रची गई : चरण 1: निर्वाचन आयोग की नियुक्ति करने वाली समिति पर कब्जा किया गया। चरण 2: फर्जी मतदाताओं को सूची में जोड़ा गया। चरण 3: मतदान प्रतिशत बढ़ा-चढ़ाकर दिखाए गए। चरण 4: जहां भाजपा को जिताना था, वहां लक्षित करके फर्जी मतदान कराया गया। चरण 5: सबूतों को छिपा दिया गया।''

गांधी ने कहा, ‘‘ये समझना बिल्कुल मुश्किल नहीं है कि महाराष्ट्र में भाजपा इतनी बौखलाई हुई क्यों थी। चुनाव में धांधली भी मैच फिक्सिंग की तरह होती है, जो पक्ष धोखाधड़ी करता है, वो भले ही जीत जाए, लेकिन इससे लोकतांत्रिक संस्थाएं कमजोर होती हैं और जनता का नतीजों से भरोसा उठ जाता है। हर जिम्मेदार नागरिक को सबूतों को खुद देखना चाहिए, सच्चाई समझनी चाहिए और जवाब मांगने चाहिए।'' कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने अपने पोस्ट में दावा किया, ‘‘महाराष्ट्र की यह ‘‘मैच फिक्सिंग'' अब बिहार में भी दोहराई जाएगी और और फिर उन जगहों पर भी ऐसा ही किया जाएगा, जहां भाजपा हार रही होगी।''

अंग्रेजी में ‘‘मैच-फिक्सिंग महाराष्ट्र'' और हिंदी में ‘‘चुनाव की चोरी का पूरा खेल समझिए'' शीर्षक से प्रकाशित अपने लेख में गांधी ने कहा, ‘‘मतदाता सूची और सीसीटीवी फुटेज लोकतंत्र को मजबूत करने के औजार हैं, न कि ताले में बंद रखने वाली सामग्री, खासकर तब, जब लोकतंत्र से खिलवाड़ हो रहा हो। देश के लोगों को भरोसा दिलाया जाए कि किसी भी रिकॉर्ड को नष्ट नहीं किया गया और आगे भी नहीं किया जाएगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव को लेकर मैंने पहले भी संदेह जताया। में यह नहीं कह रहा कि हर चुनाव में हर जगह धांधली होती है। मैं छोटी-मोटी गड़बड़ियों को नहीं, बल्कि राष्ट्रीय संस्थानों पर कब्जा कर बड़े पैमाने पर की जा रही धांधलियों की बात कर रहा हूं।''

उन्होंने कहा, ‘‘पहले भी चुनावों में कुछ अजीब तरह की चीजें होती थीं, पर 2024 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पूरी तरह विचित्र था।'' अपने लेख में गांधी ने आरोप लगाया कि मतदान प्रतिशत को बढ़ा चढ़ाकर दिखाया गया। उन्होंने लिखा, ‘‘महाराष्ट्र में 2019 के विधानसभा चुनाव में पंजीकृत मतदाताओं की संख्या 8.98 करोड़ थी। पांच साल बाद मई 2024 के लोकसभा चुनाव में यह संख्या बढ़कर 9.29 करोड़ हुई। इसके सिर्फ पांच महीने बाद नवंबर, 2024 के विधानसभा चुनाव तक यह संख्या बढ़कर 9.70 करोड़ हो गई। यानि पांच साल में 31 लाख की मामूली वृद्धि, वहीं सिर्फ पांच महीने में 41 लाख की जबरदस्त बढ़ोतरी।'

अपने लेख में उन्होंने लिखा, ‘‘मतदाताओं को संख्या 9.70 करोड़ पहुंचना असामान्य है, क्योंकि सरकार के खुद के आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र के वयस्कों की कुल आबादी 9.54 करोड़ है।'' चुनाव के दिन मतदान प्रतिशत में वृद्धि की ओर इशारा करते हुए गांधी ने कहा, ‘‘शाम पांच बजे तक मतदान प्रतिशत 58.22 था। मतदान खत्म होने के बाद भी मतदान प्रतिशत लगातार बढ़ता रहा। अगली सुबह जो आखिरी आंकड़ा आया, वह 66.05 प्रतिशत था।''

उन्होंने लिखा, ‘‘यानि मतदान प्रतिशत में 7.83 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी हुई, जो करीब 76 लाख वोट के बराबर है। वोट प्रतिशत में ऐसी बढ़ोतरी महाराष्ट्र के पहले के किसी भी विधानसभा चुनाव से कहीं ज्यादा थी।'' उन्होंने राज्य के 85 निर्वाचन क्षेत्रों में केवल 12,000 मतदान केंद्र पर नए मतदाताओं को जोड़ने की ओर भी इशारा किया, जहां आखिरकार भाजपा की जीत हुई।

Advertisement
×