नयी दिल्ली, 25 जून (एजेंसी) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जर्मनी और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की अपनी यात्रा के दौरान 12 से अधिक विश्व नेताओं के साथ बैठक करेंगे और 15 से अधिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। मोदी म्यूनिख में भारतीय समुदाय से संबंधित एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। यह कोविड-19 महामारी फैलने के बाद से इस तरह का सबसे बड़ा कार्यक्रम होने की उम्मीद है। मोदी 26 और 27 जून को होने वाले जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जर्मनी जाएंगे। प्रधानमंत्री 28 जून को यूएई के पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए खाड़ी देश जाएंगे। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि जर्मनी और संयुक्त अरब अमीरात में लगभग 60 घंटे के प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री दुनिया के सात सबसे अमीर देशों के समूह जी 7 की बैठक में भाग लेने के अलावा कई द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने शुक्रवार को कहा था कि मोदी शिखर सम्मेलन से इतर जी-7 और अतिथि देशों के नेताओं साथ द्विपक्षीय मुलाकात और चर्चा करेंगे। जर्मनी ने भारत के अलावा अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सेनेगल और दक्षिण अफ्रीका को भी अतिथि के रूप में सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।