फिजियोथेरेपी छात्र ने नतीजों में हेराफेरी से कमाये 86 लाख!
रविन्द्र सैनी/ ट्रिन्यू
रोहतक, 2 जून
पंडित बीडी शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज, रोहतक में एमबीबीएस परीक्षा घोटाले में बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी के एक छात्र का नाम सामने आया है। छात्र पर एक निजी कॉलेज के एमबीबीएस छात्रों को पास कराने के लिए एग्जामिनेशन अवार्ड लिस्ट में हेराफेरी करके 86 लाख रुपये से अधिक कमाने का आरोप है। सूत्रों के अनुसार, दूसरे कोर्स के छात्र की कथित संलिप्तता से संकेत मिलता है कि घोटाला केवल एमबीबीएस परीक्षा तक सीमित नहीं है। पुलिस पूछताछ के दौरान तीन प्रमुख आरोपियों में से एक ने खुलासा किया कि 2021 बैच के तीन उम्मीदवारों को ‘डायरेक्ट सिस्टम’ के माध्यम से पास कराने के लिए छात्र के साथ दो लाख रुपये प्रति उम्मीदवार का सौदा किया गया था। तीनों ने परीक्षा पास कर ली। सूत्रों के अनुसार, आरोपी ने दावा किया, ‘मैंने उसे 4.05 लाख रुपये दिए और 1.95 लाख रुपये अपने पास रख लिए।’ घोटाले में ‘डायरेक्ट सिस्टम’ शब्द का अर्थ परिणामों की घोषणा से पहले तैयार की गयी अवार्ड लिस्ट में हेरफेर करना है। सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने फिजियोथेरेपी के छात्र के साथ 2020 बैच के कुछ उम्मीदवारों को डायरेक्ट सिस्टम से पास कराने में मदद के लिए एक और सौदा किया। पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया, ‘मैंने उसे 32 लाख रुपये दिए और 16 लाख रुपये अपने पास रख लिए। एक अन्य सौदे में, 2021 और 2022 बैच के कुछ एमबीबीएस छात्रों से उन्हें पास करवाने के लिए कुल एक करोड़ रुपये लिए गये और पैसा बराबर बांट लिया।’
गौर हो कि इस घोटाले में फरवरी में 24 एमबीबीएस छात्रों और 14 कर्मचारियों सहित 41 व्यक्तियों पर मामला दर्ज किया गया था। अब तक पांच कर्मचारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। फिलहाल जिला पुलिस मामले की जांच कर रही है।