बंगलुरु, 18 जुलाई (भाषा)
विपक्ष के कई नेताओं ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी बैठक का मकसद देश, लोकतंत्र और संविधान बचाना है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि भाजपा सरकार में देश के लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ हो रहा है। उन्होंने कहा कि ‘भारत की अवधारणा’ की रक्षा करने की जरूरत है। देश के 26 विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं ने यहां 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को चुनौती देने के लिए गठबंधन के नाम, रूपरेखा और साझा एजेंडे तय करने के बारे में चर्चा की। कांग्रेस ने कई विपक्षी नेताओं के बयान के वीडियो जारी किए हैं।
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यह बैठक रचनात्मक होगी तथा इसका नतीजा देश के लिए अच्छा रहेगा। झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा देश में जो हालात बनाए गए हैं, उसको लेकर आज की बैठक महत्वपूर्ण है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि यह बैठक महत्वपूर्ण है क्योंकि विपक्षी दलों की रक्षा करना महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि देश पर चौतरफा हमला किया जा रहा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 10 साल शासन करने का मौका मिला और इस दौरान तकरीबन हर क्षेत्र में परेशानी पैदा हुई है। उन्होंने दावा किया, ‘‘प्रधानमंत्री ने लोगों के दिलों में नफरत पैदा कर दी, अर्थव्यवस्था चरमरा गई, महंगाई चरम पर है और हर क्षेत्र में बेरोजगारी है।” केजरीवाल ने कहा कि समय आ गया है कि अब भारत के लोगों को प्रधानमंत्री मोदी से मुक्ति मिले।
बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि देश के लोकतंत्र, संविधान और भाईचारे को बचाने के लिए हम एकजुट हुए हैं। देश की संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है और देश की संपत्तियों को बेचा जा रहा है। किसान, युवा, महंगाई जैसे असल मुद्दों पर बात न कर, सिर्फ नफरत की बातें की जा रही हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि देश और जनता को बचाने के लिए यह बैठक जरूरी है। उन्होंने दावा किया कि आज के समय में देश की दो-तिहाई जनता भाजपा के खिलाफ है।