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Operation Sindoor : भारत ने प्रमुख वैश्विक शक्तियों को ‘ऑपरेशन सिंदूर' के कारणों से कराया अवगत, कहा- तनाव बढ़ाने का कोई इरादा नहीं, लेकिन....

एनएसए ने अपने समकक्षों को की गई कार्रवाई और क्रियान्वयन के तरीके के बारे में जानकारी दी
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नई दिल्ली, 7 मई (भाषा)

Operation Sindoor : भारत ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सदस्यों सहित प्रमुख वैश्विक शक्तियों को पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में 9 आतंकवादी ठिकानों पर अपने सैन्य हमलों के पीछे के कारणों से अवगत कराया। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

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उन्होंने बताया कि भारत ने विभिन्न देशों को यह भी बताया कि यदि पाकिस्तान तनावपूर्ण स्थिति को और बढ़ाता है तो वह जवाबी कार्रवाई करेगा। ‘ऑपरेशन सिंदूर' के तहत किए गए सैन्य हमलों के कुछ घंटों बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जर्मनी, जापान, फ्रांस और स्पेन के अपने समकक्षों से बात की और उन्हें इस कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने अमेरिका, चीन, ब्रिटेन, रूस और सऊदी अरब के अपने समकक्षों से बात की।

डोभाल ने इन देशों के अपने समकक्षों से कहा कि भारत का तनाव बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन अगर पाकिस्तान ऐसा करता है तो वह ‘‘दृढ़ता से जवाब देने'' के लिए तैयार है। एनएसए डोभाल ने अमेरिका के एनएसए एवं विदेश मंत्री मार्को रुबियो, चीन के विदेश मंत्री वांग यी, रूस के एनएसए सर्गेई शोइगु, ब्रिटेन के एनएसए जोनाथन पॉवेल, सऊदी अरब के एनएसए मुसैद अल-ऐबन, संयुक्त अरब अमीरात के एनएसए तहनून बिन जायद अल नाहयान, जापान के एनएसए मसाटाका ओकानो और फ्रांस के राष्ट्रपति के राजनयिक सलाहकार इमैनुएल बोने के साथ अलग-अलग फोन पर बातचीत की।

एक सूत्र ने बताया, ‘‘एनएसए ने अपने समकक्षों को की गई कार्रवाई और क्रियान्वयन के तरीके के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत की कार्रवाई नपी-तुली, टकराव को नहीं बढ़ाने वाली, संतुलित और जिम्मेदाराना थी। भारत का इरादा तनाव बढ़ाने का नहीं है। हां अगर पाकिस्तान तनाव बढ़ाने का फैसला करता है तो वह दृढ़ता से जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-नोएल बैरोट, जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वेडफुल, जापान के विदेश मंत्री ताकेशी इवाया, स्पेन के विदेश मंत्री जोस मैनुअल अलबरेस और कतर के विदेश मंत्री मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी के साथ अपनी बातचीत में जयशंकर ने सीमा पार आतंकवादी बुनियादी ढांचे के खिलाफ भारत की कार्रवाई पर चर्चा की।

जयशंकर ने बैरोट और वेडफुल के साथ बातचीत के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर उनकी एकजुटता और समर्थन की सराहना की। आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाना सुनिश्चित करने पर चर्चा की। जापानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि तोक्यो इस बात से ‘‘गहरी चिंता'' में है कि हाल की घटनाओं के कारण ‘‘और अधिक तनाव भड़क सकता है तथा यह पूर्ण पैमाने पर सैन्य संघर्ष में बदल सकता है।

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