नयी दिल्ली, 27 मार्च (एजेंसी)
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने चुनावी बॉन्ड भुनाए हैं। इस मामले में किसी को कुछ भी कहने का नैतिक अधिकार नहीं है क्योंकि यह सब वैध और कानून के मुताबिक था। उन्होंने यह भी कहा कि चुनावी बॉन्ड के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर, चुनावों के वित्तपोषण के लिए बेहतर प्रणाली लाने को लेकर और अधिक चर्चा की जरूरत है। सीतारमण ने यहां समाचार चैनल के सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में कहा कि कानून को शीर्ष अदालत ने अब खारिज कर दिया है। लेकिन इसे संसद में पारित किया गया था और बॉन्ड उस समय के कानून के अनुसार खरीदे गए थे। उन्होंने कहा, ‘जो दल अब कह रहे हैं कि ये घोटाला है, उन्होंने भी बॉन्ड के जरिए पैसे लिए थे। आखिर किसी को बोलने का क्या नैतिक अधिकार है क्योंकि यह तब कानून के अनुसार था… यह सब वैध तरीके से हुआ। यह पहले की तुलना में एक बेहतर कदम था।’ यह पूछे जाने पर कि इस संबंध में नई सरकार क्या कर सकती है, उन्होंने कहा कि यह समझने की जरूरत है कि व्यवस्था को कैसे बेहतर बनाया जाए। उन्होंने कहा, ‘चुनावी बॉन्ड प्रणाली अब भी पिछली व्यवस्था से बेहतर थी। हम अब पुरानी स्थिति में हैं। हमें इस संदर्भ में बहुत कुछ करने की जरूरत है।’