कमालपुर (असम), 26 मार्च (एजेंसी)
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा असम में सत्ता में आएगी तो “लव एंड लैंड जिहाद” के खतरे पर काबू के लिये कानून बनाएगी। शाह ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि असमिया संस्कृति और सभ्यता को मजबूत बनाने के लिए उचित कानून व नीतियां तैयार की जाएंगी। घोषणापत्र में यह वादा भी किया गया है कि सांप्रदायिक बहिष्कार व अलगाववाद को बढ़ावा देने वाले संगठनों और व्यक्तियों की पहचान व उन्हें खत्म करने के लिये एक नीति लागू की जाएगी। उन्होंने कहा,’कांग्रेस का घोषणापत्र महज चुनावी प्रचार का साधन है लेकिन भाजपा का घोषणापत्र क्रियान्वयन के लिये है।’ उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल को असम की पहचान का प्रतिनिधि बताने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा,’वह (गांधी) असम और उसकी पहचान को नहीं समझते।’असम की पहचान वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव और माधवदेव, राज्य को मुगल हमलों से बचाने वाले बहादुर अहोम सेनापति लाचित बरफूकन और भारत रत्न भूपेन हजारिका और गोपीनाथ बोरदोलोई से जुड़ी है। उन्होंने कहा, ‘हम अजमल को असम की पहचान का प्रतीक नहीं बनने देंगे चाहे कांग्रेस ऐसा करने के कितने भी प्रयास कर लें।’उन्होंने कहा,’राहुल बाबा को यह याद होना चाहिए कि उनके ही मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने कभी एआईयूडीएफ प्रमुख को खारिज किया था और पूछा था ‘अजमल कौन है?’ और अब यह वही कांग्रेस है जिसने वोट के लिये अजमल से हाथ मिला लिया है।’