इंदौर (मध्य प्रदेश), 13 जून (एजेंसी)
कोविड-19 की पहली लहर के प्रकोप के कारण तालाबंदी और अन्य कड़े प्रतिबंधों के गवाह रहे वित्तीय वर्ष 2020-21 में केंद्र सरकार की एक योजना के तहत देश में महज 24.43 करोड़ कंडोम ही बिक सके। बेहद रियायती मूल्य वाले कंडोम की सरकारी बिक्री का यह आंकड़ा इस मद में पिछले 5 सालों के दौरान सबसे कम है। नीमच के आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने उन्हें सूचना का अधिकार कानून के तहत यह जानकारी दी है। आंकड़ों के अनुसार 31 मार्च को खत्म 2021-22 के दौरान इस सरकारी योजना के तहत कंडोम की बिक्री में हालांकि काफी सुधार दर्ज किया गया, लेकिन यह कोविड-19 के प्रकोप से पहले के मुकाम पर नहीं आ सकी जबकि पिछले वित्तीय वर्ष में महामारी का प्रकोप घटने से जन-जीवन काफी हद तक पटरी पर लौट आया था। गौरतलब है कि देश में ऊंची प्रजनन दर वाले जिलों, एड्स के अधिक प्रकोप या खतरे वाले इलाकों और ग्रामीण क्षेत्रों के लक्षित समूहों तक बेहद रियायती मूल्य वाले कंडोम को आसानी से पहुंचाने के लिए सामाजिक विपणन योजना चलाई जाती है। इस योजना को अमली जामा पहनाने के लिए राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) और अन्य संगठनों की मदद ली जाती है।