Tribune
PT
About Us Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Kiran Patel: अधिकारियों को धोखा दे गया था शातिर 'महाठग' किरण पटेल, अदालत ने किया तलब

पीएमओ अधिकारी बनकर की थी धोखेबाजी, सुरक्षा मिली और एस्कार्ट भी
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
सुरक्षा के बीच किरण पटेल। स्रोत सोशल मीडिया
Advertisement

श्रीनगर, 9 नवंबर (एजेंसी)

Advertisement

Kiran Patel: किरण पटेल के बारे में आपको याद ही होगा। यह वही ठग है जिसने उन लोगों को भी अपने झांसे में ले लिया जहां तक पहुंचना आम आदमी के लिए मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है। खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय में वरिष्ठ अधिकारी बताकर गुजरात निवासी किरण पटेल जम्मू कश्मीर के दौरे पर रहा। उसे सुरक्षा भी दी गई और एस्कार्ट भी। मामला खुलने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को बताया कि उसने मनी लांड्रिंग रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत गुजरात के कुख्यात ठग किरण पटेल के खिलाफ श्रीनगर की एक विशेष अदालत में अभियोजन शिकायत दर्ज कराई है। अदालत ने इस शिकायत पर संज्ञान लेते हुए पटेल को 27 नवंबर को पेश होने के लिए नोटिस जारी किया है।

किरण पटेल की गिरफ्तारी तब हुई थी, जब वह खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) का एक उच्चाधिकारी बताकर जम्मू-कश्मीर के दौरे पर था। उसने सरकारी सुरक्षा और अन्य विशेषाधिकारों का लाभ उठाकर कई महत्वपूर्ण स्थानों का दौरा किया, और एक अधिकारी के तौर पर खुद को प्रस्तुत करते हुए स्थानीय अधिकारियों को भी धोखा दिया।

किरण पटेली की इस धोखाधड़ी की पोल तब खुली जब सुरक्षा एजेंसियों को उसके व्यवहार पर संदेह हुआ और उसकी पृष्ठभूमि की जांच की गई। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया, और उसके खिलाफ ठगी व धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज किए गए।

ईडी ने इस मामले में जांच करते हुए पाया कि पटेल ने अपने प्रभाव का दुरुपयोग कर आर्थिक लाभ कमाया और संदिग्ध तरीकों से धन की हेरफेर की। पिछले साल 29 अगस्त को अहमदाबाद की एक स्थानीय अदालत ने पटेल को जमानत दी थी, लेकिन धन शोधन के आरोपों के चलते ईडी ने अब उसके खिलाफ अभियोजन शिकायत दर्ज कराई है।

पटेल का यह मामला सामने आने के बाद देशभर में चर्चा का विषय बना था। जम्मू-कश्मीर में उच्चाधिकारियों की सुरक्षा और सतर्कता पर भी सवाल उठे कि कैसे एक ठग पीएमओ अधिकारी के रूप में सुरक्षा घेरे के अंदर तक पहुंचने में सफल हुआ।

Advertisement
×