जयराम ठाकुर बोले- सराज त्रासदी को हल्के में ले रहे CM, नुकसान की भरपाई के लिए लगेंगे वर्षों
Himachal News: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र में 30 जून को आई भीषण प्राकृतिक आपदा को लेकर नेता प्रतिपक्ष और स्थानीय विधायक जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इस त्रासदी को बेहद हल्के में ले रहे हैं, जबकि सराज के हालात इतने भयावह हैं कि वहां लोगों के पास चलने के रास्ते तक नहीं बचे हैं।
शिमला में पत्रकारों से बातचीत में ठाकुर ने कहा, ठाकुर ने कहा कि सरकार के अपने आंकड़ों के अनुसार अब तक प्रदेश में मानसून जनित घटनाओं से 1235 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, जिसमें से अकेले सराज क्षेत्र में 1000 करोड़ रुपये से अधिक की क्षति हुई है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में 500 से ज्यादा घर पूरी तरह नष्ट हो चुके हैं और 700 से अधिक मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। साथ ही, 1000 से अधिक पालतू पशु भी इस आपदा की भेंट चढ़ चुके हैं।
जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री के सराज दौरे को भी महज औपचारिकता करार दिया। उन्होंने कहा कि पहले दौरे में मुख्यमंत्री केवल हेलीपैड तक पहुंचे और लौट गए, जबकि दूसरे दौरे में कुछ क्षेत्रों में जाकर केवल एक करोड़ रुपये की राहत राशि देकर लौट आए। उन्होंने सवाल उठाया कि जब केवल लोक निर्माण विभाग को ही 500 करोड़ का नुकसान हुआ है, तो इतनी कम राहत राशि किस काम की?
उन्होंने प्रदेश के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मंत्री केवल शिमला में बैठकर बयानबाजी कर रहे हैं, जबकि उन्हें एक बार मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लेना चाहिए था। ठाकुर ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार त्रासदी की आड़ में थुनाग से सरकारी संस्थानों को शिफ्ट करने की साजिश कर रही है, जो वहां के लोगों के साथ अन्याय है।
जयराम ठाकुर ने मांग की कि जिन 500 से ज्यादा परिवारों ने सब कुछ खो दिया है, उनके लिए तत्काल कम्युनिटी शेल्टर होम बनाए जाएं, क्योंकि उनके पास न तो घर है, न जमीन। उन्होंने कहा कि आपदा की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्र में विस्तृत वैज्ञानिक अध्ययन की भी आवश्यकता है, क्योंकि कई स्थानों पर 12,000 फीट की ऊंचाई पर बादल फटे, जहां कोई नदी या नाला नहीं था।
नेता प्रतिपक्ष ने राहत सामग्री वितरण में पारदर्शिता लाने और जरूरतमंदों तक समान रूप से मदद पहुंचाने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि अगर कोई गलत तरीके से लाभ लेने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। (रिपोर्टः ज्ञान ठाकुर/हप्र)