नयी दिल्ली, 13 जनवरी (एजेंसी)
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बृहस्पतिवार को कहा कि शहर में पिछले 4 दिनों से कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अस्पताल में मरीजों के भर्ती होने की दर स्थिर है लेकिन मामलों और संक्रमण दर में वृद्धि देखी गयी है। मंत्री ने कहा कि संक्रमण से होने वाली मौत के मामलों के विश्लेषण के लिए बनायी गई समिति ने पाया कि मृतकों में ज्यादातर वे लोग थे जिन्हें अन्य बीमारियां भी थीं। इस समिति की बैठक बुधवार को हुई। उसके विश्लेषण के अनुसार, नौ जनवरी से 12 जनवरी के बीच जान गंवाने वाले 97 मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। इन 97 मरीजों में से 70 ने टीके की खुराक नहीं ली थी और 62 लोगों की आयु 60 साल से कम थी। जैन ने कहा कि जब 27,000 मामले आ रहे हैं तो अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की दर उतनी ही है जितनी 10,000 मामले सामने आने के समय थी। उन्होंने कहा, ‘अस्पताल में मरीजों के भर्ती होने की स्थिर दर यह संकेत देती है कि कोरोना वायरस की यह लहर स्थिर हो गयी है।’ उन्होंने कहा कि अस्पताल में मरीजों के भर्ती होने की दर ‘स्थिति का प्रमुख संकेतक” है न कि संक्रमण की संख्या या संक्रमण दर। उन्होंने उम्मीद भी जतायी कि मामलों में जल्द ही गिरावट आनी शुरू हो सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले चार दिनों में अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या स्थिर हो गयी है। मामले बढ़ रहे हैं लेकिन अस्पताल में मरीजों के भर्ती होने की दर उसी अनुपात में नहीं बढ़ी है। मामलों में वृद्धि को दिल्ली में जांच की संख्या में वृद्धि से जोड़ा जा सकता है।” उनका कहना है कि अभी अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने की कोई आवश्यकता नहीं है। मंत्री ने कहा, ‘‘लोकनायक अस्पताल में हमारे पास 750 बिस्तर है और केवल 130 बिस्तरों पर मरीज भर्ती हैं। इसी तरह गुरु तेग बहादुर अस्पताल में 750 बिस्तरों में से करीब 30 पर ही मरीज हैं। आवश्यकता पड़ने पर हम बिस्तरों की संख्या बढ़ा सकते हैं।’