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Himachal Pardesh News : हिमाचल विकास दर में पर्यटन क्षेत्र का योगदान 7.78%, कृषि क्षेत्र का 9.24%

चालू वित्त वर्ष में 10 फीसदी से अधिक अनुमानित हिमाचल की विकास दर, प्रति व्यक्ति आय में हुआ और ईजाफा- बढ़कर हुई 257212 रुपए
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ज्ञान ठाकुर/शिमला, 13 मार्च

Himachal Pardesh News : हिमाचल में विकास दर राष्ट्रीय से अधिक है। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में वीरवार को पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 के मुताबिक हिमाचल में चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद बढ़कर 232185 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। बीते वित्तीय वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 210662 करोड़ रुपए था। बीते वित्तीय के मुकाबले जीडीपी में 10.2 फीसदी की बढ़ोतरी आर्थिक सर्वेक्षण में दर्शाई गई है। सनद रहे कि चालू वित्त वर्ष में राष्ट्रीय विकास दर करीब 7 फीसदी के आस-पास है।

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विकास दर के साथ-साथ हिमाचल में प्रति व्यक्ति आय में भी बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2023-24 के मुकाबले चालू वित्त वर्ष में प्रति व्यक्ति आय में 9.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 के 234782 रुपए के मुकाबले वित्त वर्ष 2024-25 में प्रति व्यक्ति आय बढ़कर 257212 रुपए तक पहुंच गई है। इस प्रकार प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय में 22,430 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।

प्रदेश के सकल घरेलू उत्पाद में सेवा क्षेत्र का योगदान 45.3 फीसदी आंका गया है। इसके अलावा सकल घरेलू उत्पाद में कृषि व इससे संबद्ध क्षेत्रों का योगदान भी बढ़कर 9.24 फीसदी है। इसके साथ-साथ प्रदेश के सकल घरेलू उत्पाद में श्रम व इससे जुड़े हुए क्षेत्रों का योगदान 15.2 फीसदी आंका गया है। अर्थव्यवस्था के विकास में पर्यटन, आतिथ्य सत्कार, परिवहन तथा हस्तशिल्प क्षेत्रों का योगदान 7.78 फीसदी है।

कोविड काल के बाद प्रदेश की अर्थव्यवस्था व इससे जुड़े क्षेत्रों का योगदान लगातार बढ़ रहा है। पर्यटकों की आमद में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कोविड काल में प्रदेश में पर्यटन कारोबार सर्वाधिक प्रभावित हुआ। वर्ष 2020 में प्रदेश में 32.13 लाख सैलानी हिमाचल पहुंचे थे। वर्ष 2021 में यह आंकड़ा 56.37 लाख तथा 2022 में यह आंकड़ा बढ़कर 150.99 लाख पहुंच गया, जबकि 2023 में यह आंकड़ा और बढ़कर 160.05 लाख हुआ तथा 2024 में यह संख्या 181.24 लाख पहुंच गई।

जाहिर है कि सैलानियों की आमद बढ़ने से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बल मिला है। पर्यटन के साथ-साथ अर्थव्यवस्था के विकास में कृषि क्षेत्र का योगदान भी बढ़ा है। 2021 के मुकाबले कृषि क्षेत्र के विकास में 53 फीसदी की बढ़ोतरी जीडीपी में आंकी गई। वित्त वर्ष 2020-21 में प्रदेश के जीडीपी में कृषि क्षेत्र का योगदान 20838 करोड़ रुपए था। यह वित्त वर्ष 2024-25 में 31879 करोड़ रुपए अनुमानित है।

आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक प्रदेश की अर्थव्यवस्था में औद्योगिक व खनन क्षेत्रों का योगदान 86695 करोड़ रुपए आंका गया है। सकल घरेलू उत्पाद में औद्योगिक क्षेत्र का योगदान 40 प्रतिशत अनुमानित है। प्रचलित भाव में सकल घरेलू उत्पाद में निर्माण क्षेत्र का योगदान 26.19 फीसदी है।

बिजली, पेयजल व इससे संबद्ध क्षेत्रों का योगदान 5.66 फीसदी आंका गया है। राज्य में चालू वित्त वर्ष के दौरान निर्माण क्षेत्र के 7.1 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया गया है। आर्थिक सर्वेक्षण में दावा किया गया है कि चालू वित्त वर्ष में विकास दर में उद्योग व इससे संबंधित क्षेत्रों की विकास दर 9.4 फीसदी रहेगी।

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