Haryana News : दंगाइयों से निपटने के लिए हर जिले में होगी विशेष फोर्स... डीजीपी शत्रुजीत कपूर की अध्यक्षता में लिए गए कई अहम फैसले
चंडीगढ़, 21 अप्रैल (ट्रिब्यून न्यूज सर्विस)
Haryana News : हरियाणा में दंगाइयों से निपटने के लिए पुलिस द्वारा विशेष कार्ययोजना तैयार की गई है। सभी जिलों में अपनी खुद की स्वॉट टीम होगी। इस टीम में शामिल पुलिस जवान आधुनिक हथियारों से लैस भी होंगे और इन्हें चलाने में पारंगत भी। हथियारों के संचालन, नियंत्रण तकनीक और व्यावहारिक परिस्थितियों को लेकर उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कई जिलों में स्वॉट टीमों का गठन किया जा चुका है। बाकी जिलों में भी जल्द ही ये टीमें तैयार होंगी।
डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने इसके लिए सभी पुलिस आयुक्तों व पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं। कानून एवं व्यवस्था बिगड़ने, किसी भी तरह का दंगा होने या फिर हालात स्थानीय पुलिस के कंट्रोल से बाहर होने की स्थिति में सीआरपीएफ, आईआरबी (इंडियन रिजर्व बटालियन) और हरियाणा आर्म्ड पुलिस (एचएपी) को बुलाना पड़ा था।
इनकी तर्ज पर ही अब सभी जिलों में खुद की स्वॉट टीमों होंगी। इन टीमों को दंगे आदि रोकने के लिए पूरी तरह से ट्रेंड किया जा रहा है। सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये डीजीपी ने सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में एडीजीपी अमिताभ ढिल्लों, राज्य अपराध शाखा की एडीजीपी ममता सिंह, पंचकूला पुलिस आयुक्त राकेश आर्य, एआईजी (एडमिन) हिमांशु गर्ग, एआईजी (प्रोविजनिंग) कमलदीप गोयल समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में हिंसक अपराधों की रोकथाम, आतंकवाद से जुड़ी गतिविधियों पर सतर्क निगरानी, नशा मुक्त भारत अभियान के तहत हरियाणा को नशामुक्त बनाने की रणनीति, अवैध इमिग्रेशन पर कार्रवाई, वाहन चोरी पर नियंत्रण, पुलिस बल का प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण, तथा नए आपराधिक कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई।
सड़क सुरक्षा पर विशेष जोर
कपूर ने कहा सड़क दुर्घटनाओं को रोकना पुलिस की प्राथमिकता होनी चाहिए। पुलिस अधिकारी दुर्घटना के कारणों की जड़ तक जाएं तथा कारणों की पहचान करते हुए उनके निवारण के लिए ठोस कदम उठाएं। सड़कों पर बने अवैध कट जो अक्सर घातक सड़क दुर्घटना का कारण बनते हैं, उन्हें बंद करवाएं। साथ ही, शराब पीकर वाहन चलाने व ओवरस्पीड वाहन चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।
वाहन चोरी और संगठित अपराध पर निगरानी
मोटर वाहन चोरी को बड़ी चुनौती बताते हुए उन्होंने कहा कि विशेष टीम गठित कर निगरानी और समीक्षा तंत्र मजबूत किया जाए। अपराधियों की पहचान कर त्वरित कार्रवाई की जाए ताकि गैंग आधारित अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण संभव हो। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपराधियों का वाहन चोरी का पैटर्न समझे और रिकवरी बढ़ाने की दिशा में प्रयास करें।
संगीन अपराधों पर जीरो टॉलरेंस
गंभीर अपराधों के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कपूर ने कहा कि ऐसे मामले को गंभीरता से लिया जाए और ऐसे मामलों की सूचना शीघ्रता से उनके संज्ञान में लाई जाए। राज्य के सीमावर्ती जिलों में विशेष सतर्कता बरती जाए और सार्वजनिक स्थानों पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरों को पूर्ण रूप से क्रियाशील रखा जाए।
अवैध इमिग्रेशन और फर्जीवाड़े पर कड़ी कार्रवाई
अवैध इमिग्रेशन मामलों में, उन्होंने आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई करते हुए पीड़ितों को अधिकतम धनवापसी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को इन मामलों की व्यक्तिगत निगरानी करने के निर्देश दिए और साथ ही वार्षिक कार्य अवलोकन में एवं परफोर्मेंस इंडीकेटर बनाने के निर्देश दिए।
नशामुक्त भारत अभियान-खेलों से जोड़ें युवा
हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के प्रमुख ओपी सिंह ने युवाओं को नशे से दूर रखने हेतु चलाई जा रही खेल गतिविधियों को तेज करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष प्रत्येक जिले में कम से कम 10,000 युवाओं को खेल गतिविधियों से जोड़ने और 70 प्रतिशत गांवों व वार्डों को नशा मुक्त घोषित करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि नशे के नेटवर्क को तोड़ने के लिए हर स्तर पर एकजुटता से कार्य करना होगा।