गांधीनगर, 31 मार्च (एजेंसी)
गुजरात विधानसभा में बृहस्पतिवार को भाजपा के नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के बारे में टिप्पणी की, जिसपर विपक्षी कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जतायी और हंगामा शुरू हो गया। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिये स्थगित कर दी गई। कांग्रेस विधायकों ने पटेल की इस टिप्पणी पर आपत्ति जतायी कि नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध बनाने का श्रेय नेहरू को नहीं दिया जा सकता। पटेल के इस बयान पर कांग्रेस विधायकों ने उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और प्रश्न काल के दौरान वेल के निकट एकत्रित हो गए। इससे पहले जब जल संसाधन मंत्री रुशिकेश पटेल ने कांग्रेस पर सरदार सरोवर बांध परियोजना में देरी करने का आरोप लगाया, तो कांग्रेस विधायक सी.जे. चावड़ा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने ही कई बाधाओं का सामना करने के बावजूद 85 मीटर ऊंचा बांध बनाया था। पटेल ने चावड़ा की बात पर पलटवार करते हुए कहा, ”सरदार सरोवर बांध सरदार वल्लभभाई पटेल का सपना था, जवाहरलाल नेहरू ने केवल इसकी नींव रखी। इसलिए, बांध के लिए नेहरू को श्रेय देने की कोई जरूरत नहीं है।” टिप्पणी से नाराज कांग्रेस के कई विधायक सदन के बीच में पहुंचे और नितिन पटेल व भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उन्होंने नेहरू के खिलाफ टिप्पणी के लिए पटेल से माफी की मांग की और उन्हें बोलने नहीं दिया। पटेल ने दोबारा बोलने की कोशिश की तो विधायक नौशाद सोलंकी और राजेश गोहिल उनके पास पहुंचे और माफी की मांग की। इसके बाद सुरक्षा कर्मी और कांग्रेस के अन्य सदस्य दोनों आक्रोशित विधायकों को उनकी सीट पर ले गए। बार-बार अनुरोध के बावजूद जब सदस्य में हंगामा जारी रहा तो अध्यक्ष निमाबेन आचार्य ने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी।