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अहमदाबाद में Air India Plane Crash से लेकर जांच तक, कब क्या हुआ यहां पढ़ें पूरी रिपोर्ट

नयी दिल्ली, 12 जुलाई (भाषा) Air India Plane Crash Report: एअर इंडिया की उड़ान एआई-171 की 12 जून को हुई भीषण दुर्घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। अहमदाबाद के पास दुर्घटनाग्रस्त हुए इस बोइंग 787 विमान में...
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नयी दिल्ली, 12 जुलाई (भाषा)

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Air India Plane Crash Report: एअर इंडिया की उड़ान एआई-171 की 12 जून को हुई भीषण दुर्घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। अहमदाबाद के पास दुर्घटनाग्रस्त हुए इस बोइंग 787 विमान में केवल एक ही व्यक्ति जीवित बच पाया। अब इस हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद विमान के दोनों इंजनों में ईंधन आपूर्ति करने वाले स्विच बंद हो गए, जिससे पायलटों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई और विमान अनियंत्रित होकर हादसे का शिकार हो गया। हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) द्वारा जारी किए जाने के बाद 12 जून से अब तक की घटनाओं पर एक नजर:

  • एअर इंडिया का करीब 12 साल पुराना बोइंग 787-8 विमान वीटी-एएनबी, 12 जून को उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद अहमदाबाद में बीजे मेडिकल कॉलेज के आवासीय परिसर पर गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था।
  • इस विमान में चालक दल के 12 सदस्यों समेत कुल 242 लोग सवार थे। दुर्घटना में केवल एक यात्री ही बच पाया। इस दुर्घटना में यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के अलावा भी कई लोगों की जानें गईं। विमान हादसे में कुल 260 लोग मारे गए।
  • हादसे में जीवित बचे यात्री विश्वास कुमार रमेश (45) ‘11ए' सीट पर बैठे थे। यह सीट आपातकालीन निकास द्वार के पास की खिड़की वाली सीट थी। वह ब्रिटेन के नागरिक हैं।
  • अहमदाबाद की यह दुर्घटना बोइंग के सबसे ज्यादा बिकने वाले 787 विमान की पहली ऐसी घातक दुर्घटना है जिसमें विमान पूरी तरह से नष्ट हो गया।
  • एएआईबी ने 13 जून को जांच शुरू की और एक बहु-विभागीय टीम गठित की।
  • केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बहु-विभागीय समिति 13 जून को गठित की गई जिसका उद्देश्य विमान दुर्घटना के पीछे के कारणों की जांच करना और भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकने के लिए व्यापक सुझाव देना था।
  • 'कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर' (सीवीआर) और 'फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर' (एफडीआर) बरामद किए गए। इनमें से एक 13 जून को दुर्घटनास्थल से और दूसरा 16 जून को मलबे से मिला।
  • ब्लैक बॉक्स को पूरी सुरक्षा में 24 जून को वायुसेना के विमान द्वारा अहमदाबाद से दिल्ली लाया गया।
  • फ्रंट ब्लैक बॉक्स 24 जून को एएआईबी लैब, दिल्ली पहुंचा। * रियर ब्लैक बॉक्स एक दूसरी एएआईबी टीम द्वारा लाया गया और 24 जून को शाम पांच बजकर 15 मिनट पर एएआईबी लैब, दिल्ली पहुंचा।
  • ब्लैक बॉक्स से डेटा निकालने की प्रक्रिया 24 जून को शुरू हुई।
  • 25 जून को फ्रंट ब्लैक बॉक्स से 'क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल' (सीपीएम) सुरक्षित रूप से निकाला गया। ‘मेमोरी मॉड्यूल' को सफलतापूर्वक एक्सेस कर उसमें मौजूद डेटा को डाउनलोड किया गया।
  • संयुक्त राष्ट्र की संस्था ‘अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन' (आईसीएओ) के विशेषज्ञ को जांच में पर्यवेक्षक का दर्जा दिया गया है।
  • दुर्घटना के एक दिन बाद, नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एअर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर बेड़े की सुरक्षा जांच को और बढ़ाने का आदेश दिया। एअर इंडिया ने अपने बोइंग 777 विमान बेड़े की भी सघन जांच का निर्णय लिया।
  • एअर इंडिया की मूल कंपनी टाटा संस ने पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त, एअर इंडिया 25 लाख रुपये का अंतरिम मुआवजा भी दे रही है।
  • एअर इंडिया ने प्रभावित परिवारों को मानसिक आघात से उबारने और मनोवैज्ञानिक सहायता देने के लिए प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिकों की एक टीम तैनात की है।

यह भी पढ़ें: आपने तेल का स्विच बंद क्यों किया… अहमदाबाद में Air India Plane Crash की रिपोर्ट आई

  • एअर इंडिया AI-171

    तारीख और स्थान:

    12 जून 2025, अहमदाबाद के पासविमान: बोइंग 787-8, GE एनएक्स-1बी इंजन युक्त

    मृत्यु: 259 लोगों की मौत; केवल 1 व्यक्ति जीवित बचा

    यह बोइंग 787 से जुड़ी पहली घातक दुर्घटना थी

    दुर्घटना का कारण: दोनों इंजनों में ईंधन पहुंचाने वाले स्विच अचानक 'कटऑफ' स्थिति में चले गए, जिससे इंजन बंद हो गए।

    पायलटों की प्रतिक्रिया: कॉकपिट रिकॉर्डिंग में एक पायलट ने दूसरे से पूछा: "तुमने ईंधन स्विच क्यों बंद किया?" जवाब मिला: "मैंने नहीं किया।"

    ‘मे डे’ कॉल: उड़ान भरने के 26 सेकंड बाद 'मे डे' कॉल दी गई

    फ्लाइट डेटा: अधिकतम गति: 180 नॉट्स IAS दर्ज की गई थी

    ईंधन की गुणवत्ता: DGCA की प्रयोगशाला में परीक्षण किया गया, संतोषजनक पाया गया

    इंजन और मलबा: दोनों इंजन और विमान का मलबा सुरक्षित स्थान पर रखे गए

    एपीयू फिल्टर व जेट्टिसन वाल्व: इनसे सीमित मात्रा में ईंधन सैंपल लिए गए हैं, जो विशेष लैब में जांचे जाएंगे

    पायलट अनुभव मुख्य पायलट: 15,638 घंटे का उड़ान अनुभव

    सह-पायलट (फर्स्ट ऑफिसर): 3,403 घंटे का अनुभव

     

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