कोलकाता, 4 जुलाई (एजेंसियां)पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे वरिष्ठ कांग्रेस नेता अभिजीत मुखर्जी ने आज कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया। आज यहां आयोजित एक कार्यक्रम में अभिजीत ने तृणमूल कांग्रेस नेता पार्था चटर्जी की मौजूदगी टीएमसी की सदस्यता ली। पार्था चटर्जी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अपनी पारिवारिक विरासत को लेकर आ रहे अभिजीत मुखर्जी देश में भाजपा मुक्त वातावरण बनाने में मदद करेंगे। इस दौरान सुदीप बंदोपाध्याय ने अभिजीत मुखर्जी को स्टॉल ओढ़ाकर उनका स्वागत किया। अभिजीत मुखर्जी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी को धन्यवाद दिया। अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि कभी मैं सरकारी नौकरी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुआ था क्योंकि तब यहां लेफ्ट के खिलाफ माहौल था और ममता उसको लीड कर रही थीं। अभिषेक ने कहा कि ममता ने एक धार्मिक पार्टी रथ बंगाल में रोक दिया है। वहीं भाई अभिजीत बनर्जी के टीएमसी में शामिल होने को बहन शर्मिष्ठा ने दुखद बताया है। शर्मिष्ठा ने ट्वीट कर लिखा-दु:खद।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।