Tribune
PT
About Us Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

पाक कार्रवाई की आशंका : एयर डिफेंस व बीएसएफ हाई अलर्ट पर

अर्धसैनिक बलों के जवानों की छुट्टियां रद्द, सीमा पर वापसी के आदेश
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

चंडीगढ़, 7 मई (ट्रिन्यू) 

भारत द्वारा 6 और 7 मई की रात पाकिस्तान और पीओके में आतंकियों के ठिकानों पर की गई सटीक कार्रवाई के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने पश्चिमी सीमावर्ती इलाकों में एयर डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह अलर्ट पर रख दिया है। पाकिस्तान की किसी भी संभावित प्रतिक्रिया से निपटने के लिए वायुसेना और सीमा सुरक्षा बलों को पूर्ण युद्ध तैयारियों के साथ तैनात किया गया है।

Advertisement

सूत्रों के अनुसार, सीमा पर तैनात बलों ने जमीनी स्तर पर निगरानी बढ़ा दी है। खासतौर पर पंजाब सीमा, जो तस्करी और हथियारों-नशीले पदार्थों की आवाजाही के लिए संवेदनशील मानी जाती है, वहां विशेष सतर्कता बरती जा रही है। भारतीय वायुसेना ने अपने सभी रणनीतिक एयरबेस पर ऑपरेशनल रेडीनेस प्लेटफॉर्म्स (ORPs) तैनात कर दिए हैं।

ओआरपीएसऐसे दो लड़ाकू विमान होते हैं जो किसी भी आपात स्थिति में तुरंत उड़ान भरने के लिए तैयार रहते हैं। ये विमान 24 घंटे, सातों दिन स्टैंडबाय पर रहते हैं और संदिग्ध सैन्य या नागरिक विमानों को इंटरसेप्ट करने के लिए तत्पर रहते हैं। वायुसेना ने अपने रडार और एंटी-एयरक्राफ्ट हथियारों को भी एक्टिव कर दिया है और लड़ाकू विमानों द्वारा कॉम्बैट एयर पेट्रोल उड़ानें संचालित की जा रही हैं।

गृह मंत्रालय के अधीन आने वाले अर्धसैनिक बलों—जैसे बीएसएफ और आईटीबीपी के जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और उन्हें ड्यूटी पर लौटने के निर्देश दिए हैं। भारत का यह जवाब 22 अप्रैल को पहलगाम में हमले के जवाब में दिया गया, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत ने पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, हालांकि किसी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान पर हमला नहीं किया गया।

वायुसेना का दो दिवसीय युद्धाभ्यास भी शुरू

भारत के हमलों के समानांतर, भारतीय वायुसेना ने 7 मई से दो दिवसीय पूर्व-नियोजित युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है। इसमें फ्रंटलाइन फाइटर्स, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, मिड-एयर रिफ्यूलर और हेलीकॉप्टर शामिल हैं। इसके लिए दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में एयरस्पेस को बंद कर दिया गया है। भारतीय सेना पहले से ही अपने ग्रीष्मकालीन अभ्यास पर है। वहीं, नौसेना ने भी अपनी समुद्री तैयारियों को तेज करते हुए विभिन्न प्रकार की मिसाइलें और युद्ध सामग्री का परीक्षण किया है।

Advertisement
×