आज, द ट्रिब्यून के 141वें स्थापना दिवस पर द ट्रिब्यून ट्रस्ट के ट्रस्टी, ट्रिब्यून समाचार-पत्र समूह के पदाधिकारी, द ट्रिब्यून स्कूल के शिक्षक, विद्यार्थी और स्टाफ हमारे महान परोपकारी, दूरदर्शी संस्थापक सरदार दयाल सिंह मजीठिया को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर में द ट्रिब्यून की स्थापना की। भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर, द ट्रिब्यून में यह हमारे लिए विशेष अवसर है कि इसकी लंबी और उतार-चढ़ाव भरी यात्रा के साथ उन कठिनाइयों को याद करें, जिनका सामना हमारे स्वतंत्रता संग्राम के नेताओं ने विभिन्न दुश्वारियाें का मुकाबला करते हुए किया। हमारे समकालीनों में से बहुत कम ने औपनिवेशिक शासकों के क्रोध को उतना आमंत्रित किया, जितना द ट्रिब्यून ने। स्वतंत्रता के बाद, अपने पाठकों की तरह, समाचार-पत्र को भी उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा, जब विभाजन के दौरान इसे विस्थापित किया गया और इसे नया घर खोजने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस दिन, हम इस महान समाचार-पत्र के मूल सिद्धांत, ‘वॉयस ऑफ द पीपल’ हमेशा बने रहने के लिए खुद को फिर से समर्पित करते हैं।
– एनएन वोहरा, अध्यक्ष
द ट्रिब्यून ट्रस्ट