वाराणसी/सिद्धार्थनगर (यूपी), 25 अक्तूबर (एजेंसी)प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी से ‘पीएम आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन योजना’ की शुरुआत की। मोदी ने वाराणसी के मेहंदीगंज में एक जनसभा के दौरान इस मिशन की शुरुआत की। इसके अलावा उन्होंने अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के लिए 5,189 करोड़ रुपये से अधिक की 20 विभिन्न विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। पांच साल तक चलने वाली ‘पीएम आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन योजना’ के लिए बजट में 64,180 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसकी घोषणा 2021-2022 के केंद्रीय बजट में की गई थी। इस योजना का उद्देश्य देश के सुदूर हिस्सों में प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक देखभाल स्वास्थ्य प्रणालियों की क्षमता विकसित करना है। साथ ही देश में ही अनुसंधान, परीक्षण और उपचार के लिये एक आधुनिक व्यवस्थित तंत्र विकसित करना भी है। इस योजना में 17,788 ग्रामीण तथा 11,024 शहरी स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों के विकास के लिये समर्थन प्रदान करने तथा सभी ज़िलों में एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं की स्थापना एवं 11 राज्यों में 3,382 ब्लॉक सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयों की स्थापना करने के लक्ष्य शामिल हैं। इसके अलावा 602 ज़िलों और 12 केंद्रीय संस्थानों में ‘क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल ब्लॉक’ स्थापित करने में सहायता करना, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र तथा इसकी पांच क्षेत्रीय शाखाओं एवं 20 महानगरीय स्वास्थ्य निगरानी इकाइयों को मज़बूत करना भी इस योजना का लक्ष्य है।
सिद्धार्थनगर से 9 मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण
इससे पहले, प्रधानमंत्री ने राज्य के सिद्धार्थनगर जिले में स्थानीय मेडिकल कॉलेज तथा आठ अन्य मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिद्धार्थनगर से 9 मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण करने के बाद उत्तर प्रदेश की पिछली सरकारों पर पूर्वांचल को बीमारियों से जूझने के लिये छोड़ देने का आरोप लगाते हुए कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर ‘भ्रष्टाचार की साइकिल’ 24 घंटे चलती रहती थी। मोदी ने यहां पर माधव प्रसाद त्रिपाठी चिकित्सा महाविद्यालय समेत प्रदेश में 9 मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण करने के बाद अपने सम्बोधन में कहा कि जिस पूर्वांचल को पहले की सरकारों ने दिमागी बुखार समेत तमाम बीमारियों से जूझने के लिए छोड़ दिया था, वही अब पूर्वी भारत का मेडिकल हब बनेगा। मोदी ने मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) पर कटाक्ष करते हुए किसी का नाम लिये बगैर कहा, ”दूसरी तरफ गरीबों के करोड़ों रुपए लूटने वाली भ्रष्टाचार की साइकिल 24 घंटे अलग से चलती रहती थी। दवाई में भ्रष्टाचार, एंबुलेंस में भ्रष्टाचार, नियुक्ति में भ्रष्टाचार, ट्रांसफर पोस्टिंग में भ्रष्टाचार। इस पूरे खेल में यूपी में कुछ परिवार वादियों का तो खूब भला हुआ। भ्रष्टाचार की साइकिल तो खूब चली लेकिन उसमें पूर्वांचल और यूपी का सामान्य परिवार पिसता चला गया। सही ही कहा जाता है कि जाके पांव न फटी बिवाई, वह क्या जाने पीर पराई।”
मोदी ने कहा कि इन नौ मेडिकल कॉलेजों के निर्माण से करीब ढाई हजार नए बैड तैयार हुए हैं, 5000 से अधिक डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए रोजगार के नए अवसर बने हैं। इसके साथ ही हर वर्ष सैकड़ों युवाओं के लिए मेडिकल की पढ़ाई का नया रास्ता भी खुला है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दिनों देश ने कोरोना वायरस के 100 करोड़ टीके लगाने का बड़ा लक्ष्य हासिल किया है। इसमें उत्तर प्रदेश का भी बहुत बड़ा योगदान है। मोदी ने इस मौके पर सिद्धार्थनगर में बने मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण किया। साथ ही वहीं से एटा, हरदोई, प्रतापगढ़, फतेहपुर, देवरिया, गाजीपुर, मिर्जापुर और जौनपुर के मेडिकल कॉलेजों को भी वर्चुअल माध्यम से लोकार्पित किया। इन मेडिकल कॉलेजों का निर्माण 2329 करोड़ रुपए की कुल लागत से किया गया है। मोदी ने लोकार्पण कार्यक्रम में चित्र प्रदर्शनी तथा माधव प्रसाद त्रिपाठी चिकित्सा महाविद्यालय के मॉडल को देखा। उन्होंने छायाचित्र प्रदर्शनी, बुद्ध का जीवन दृश्य एवं उत्खनित पुरास्थल कपिलवस्तु-एक झलक का अवलोकन भी किया। इस दौरान उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।