झज्जर, 30 अप्रैल (हप्र)
दीपेन्द्र हुड्डा ने मंगलवार को जिले के कई इलाकों में चुनावी जनसभा की और भाजपा पर हमलावर रहे। सांसद ने एक बार फिर से भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि 10 साल के शासन के बाद भी भाजपा के 60 प्रतिशत लोकसभा उम्मीदवार कांग्रेस पृष्ठभूमि के हैं। ऐसे में भाजपा नेताओं का ये कहना कि ‘कांग्रेस को उम्मीदवार नहीं मिल रहे’ बेहद हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में सारे प्रत्याशी अपनी विचारधारा के और कांग्रेस पृष्ठभूमि के हैं, कांग्रेस -भाजपा से प्रत्याशी आयात नहीं करेगी। दीपेन्द्र ने कहा कि बीते 10 वर्षों में भाजपा सरकार और इनके सांसद इलाके के विकास के लिए कोई नयी परियोजना लेकर नहीं आ पाए। भाजपा सरकार 10 साल बाद भी हमारे द्वारा मंजूर और बनवाई गई परियोजनाओं का ही फीता काट रही है। क्योंकि इनके पास बताने के लिए भी अपना कोई काम नहीं है। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा मंगलवार को बादली हलके के गांव खेड़का गुज्जर, गोयला कलां, शाहपुर, देसलपुर, जगरतपुर, गंगड़वा, लुक्सर, गुभाना, माजरी, बादली, दरियापुर, लगरपुर, देवरखाना, लोहट, बाढ़सा, मुंडाखेड़ा, इस्माइलपुर, फतेहपुर, याकूबपुर आदि गांवों में चुनावी सभाओं को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि करीब 19 वर्षों के कार्यकाल में लोगों ने उनका काम भी देखा और उनका आचरण भी देखा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 में पारंपरिक स्वास्थ्य सेवा को बढ़ावा देने के लिए झज्जर के देवरखाना गांव में 63.88 करोड़ रुपये की लागत वाले केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान को यूपीए सरकार से मंजूरी दिलवाकर 2009-10 में जमीन अधिगृहीत कराकर काम शुरू कराया और वर्ष 2014 तक इसका 70% काम भी पूरा करा दिया था। जिसका उदघाटन कुछ ही महीने पहले प्रधानमन्त्री जी से कराया गया। आज हरियाणा में रिकार्ड बेरोजगारी, महंगाई, नशाखोरी, अपराध और भ्रष्टाचार से लोग त्रस्त हैं। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में भाजपा-जजपा दोनों ने मिलकर घोटाले किये और ठीक चुनाव के पहले अब अलग होकर एक दूसरे की जांच कराने की बात कह रहे हैं।
पूरे प्रदेश में इस सरकार के खिलाफ लोगों में भारी नाराजगी है। इस नाराजगी को देखकर ही चुनाव से पहले भाजपा ने मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री, सारे मंत्री और तो और गठबंधन भी बदल दिया। लेकिन अब भाजपा कितने ही चेहरे बदल ले, चुनाव के बाद लोग इस सरकार को बदल देंगे। उन्होंने बताया कि अपने कार्यकाल में बादली, झज्जर, बहादुरगढ़, महम, कोसली, रोहतक, कलानौर, सांपला समेत 17 शहरों में बाईपास बनवाये और छुछकवास, मातन, सुबाना और बेरी का बाइपास एनसीआर प्लानिंग बोर्ड से मंजूर करा दिया था। लेकिन 10 साल में 4 मंजूरशुदा बाइपास भी नहीं बनवा पायी प्रदेश की भाजपा सरकार। उनके साथ इस मौके पर बादली से कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स भी मौजूद थे।