Eid 2025 : दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में दिखा ईद-उल-फित्र का चांद, सोमवार को मनाई जाएगी ईद
नई दिल्ली, 30 मार्च (भाषा)
दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में रविवार शाम को ईद-उल-फित्र का चांद आसमान में नजर आ गया। इसी के साथ रमजान का पवित्र महीना संपन्न हो गया और सोमवार को देशभर में ईद मनाई जाएगी।
दिल्ली के चांदनी चौक स्थित फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने कहा कि कई शहरों, हरियाणा के मेवात, झारखंड और बिहार समेत देश के कई स्थानों पर ईद का चांद सामान्य तौर पर सबने देखा है। शव्वाल (इस्लामी कलेंडर का 10वां) महीने का पहला दिन सोमवार 31 मार्च को है। शव्वाल महीने के पहले दिन ईद का त्यौहार मनाया जाता है। मुस्लिम संगठन इमारत-ए-शरीया-हिंद ने भी एक बयान में राष्ट्रीय राजधानी समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में ईद का चांद दिखने की पुष्टि की।
बयान में संगठन की रुअत-ए-हिलाल कमेटी (चांद समिति) के सचिव मौलाना नजीबुल्लाह कासमी के हवाले से कहा गया है कि ऐलान किया जाता है कि शव्वाल के महीने की शुरुआत सोमवार 31 मार्च से होगी और कल सुबह ईद-उल-फित्र की विशेष नमाज़ अदा की जाएगी। ईद के चांद के दीदार के बाद रविवार को रमज़ान का पवित्र महीना खत्म हो गया। इस बार रमज़ान का महीना 29 दिन का रहा। हालांकि पिछले साल यह महीना 30 दिन का था। इससे पहले 2022 और 2021 में भी यह पवित्र महीना 30-30 दिन का था। इस्लामी कलेंडर के मुताबिक, एक महीने में 29 या 30 दिन होते हैं जो चांद दिखने पर निर्भर करता है।
रमजान के महीने में रोजेदार सुबह सूरज निकलने से पहले से लेकर सूरज डूबने तक कुछ नहीं खाते पीते हैं। यह महीना ईद का चांद नजर आने के साथ खत्म होता है। मुफ्ती मुकर्रम ने लोगों को ईद की मुबारकबाद देते हुए कहा कि संपन्न लोगों को ईद की नमाज़ से पहले ‘फित्रा' (दान) जरूर अदा करना चाहिए। उन्होंने लोगों से ‘फित्रा' (दान) देने की गुजारिश करते हुए कहा कि सक्षम लोग अपने परिवार के सदस्यों की ओर से प्रत्येक का 2.45 किलोग्राम गेंहू या आटे की कीमत के हिसाब से ‘फित्रा' निकालें यानी हर सदस्य की तरफ से 75 रुपये का दान करें ताकि गरीब लोग भी त्यौहार मना सकें।
शाही इमाम मुकर्रम ने कहा कि वह दुआं करते हैं कि अल्लाह करे पूरे देश में हर त्यौहार खुशियों के साथ आए और अमन का पैगाम लाए। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि लोग सादगी से ईद मनाएं, फित्रा दें, गरीबों का ख्याल रखें और फिजूलखर्ची से बचें।