सामान्य होते संबंधों के बीच ड्रैगन का नया पैंतरा
नयी दिल्ली, 14 मई (एजेंसी)
सामान्य होती स्थिति के बीच, चीन ने फिर अरुणाचल प्रदेश के कुछ स्थानों का नाम बदलकर सूची जारी करने की कोशिश की है। उसके इस नये पैंतरे पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भारत ने चीन की ऐसी कोशिशों को व्यर्थ एवं बेतुकी बताकर सिरे से खारिज करते हुए बुधवार को कहा कि इस तरह के प्रयासों से यह निर्विवाद सच्चाई नहीं बदलेगी कि यह राज्य भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा। चीन दावा करता है कि अरुणाचल प्रदेश तिब्बत का दक्षिणी भाग है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘हम इस तरह के प्रयासों को अपने सैद्धांतिक रुख के अनुरूप स्पष्ट रूप से अस्वीकार करते हैं।’ पिछले वर्ष अप्रैल में भी जब चीन ने अरुणाचल प्रदेश के 30 स्थानों के मानकीकृत नामों की सूची जारी की थी तब भी भारत ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। चीनी नागरिक मामलों के मंत्रालय ने जंगनान में छह स्थानों के मानकीकृत नामों की पहली सूची 2017 में जारी की थी, जबकि 15 स्थानों की दूसरी सूची 2021 में जारी की गई थी। अब नयी सूची जारी करने का निर्णय ऐसे समय में लिया है जब दोनों देश पूर्वी लद्दाख सीमा गतिरोध को सामान्य बनाने के प्रयास कर रहे हैं। पांच वर्षों के अंतराल के बाद कैलास मानसरोवर यात्रा बहाल हो रही है। भारत और चीन ने डेमचोक और देपसांग में सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी कर ली है।
चीनी ग्लोबल टाइम्स, शिन्हुआ के ‘एक्स’ अकाउंट भारत में ब्लॉक
चीन के समाचार संस्थानों ग्लोबल टाइम्स और शिन्हुआ के ‘एक्स’ खातों पर बुधवार को लिखा देखा गया कि एक कानूनी अनुरोध पर भारत में इन पर रोक लगाई गई है। हालांकि बाद में सूचना आई कि इन अकाउंट्स को बहाल कर दिया गया है।