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Delhi News : दिल्ली पुलिस की एयरपोर्ट बड़ी कार्रवाई, यात्री को फर्जी वीजा के जरिए पोलैंड भेजने की तैयारी में था हरियाणा का एजेंट, हुआ गिरफ्तार

दिल्ली हवाई अड्डे पर पोलैंड के फर्जी वीजा मामले में हरियाणा निवासी एजेंट गिरफ्तार

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नई दिल्ली, 3 अप्रैल (भाषा)

Delhi News : दिल्ली पुलिस ने विदेश यात्रा का प्रयास कर रहे लोगों के लिए पोलैंड के फर्जी वीजा की व्यवस्था करने वाले हरियाणा के 36 वर्षीय एक एजेंट को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। आरोपी की पहचान गगनदीप सिंह के रूप में हुई है।

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वह 2021 में दर्ज वीजा धोखाधड़ी के एक मामले में वांछित था। अधिकारी ने बताया कि इसी मामले में एक अन्य एजेंट कुलविंदर की गिरफ्तारी के बाद से वह फरार था। अधिकारी ने कहा कि कुरुक्षेत्र का रहने वाला गगनदीप एक आदतन अपराधी है, जो दिल्ली हवाई अड्डे पर वीजा धोखाधड़ी के दो अन्य मामलों में शामिल था।

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अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (आईजीआई हवाई अड्डा) उषा रागनानी ने कहा, "6 सितंबर, 2021 को पंजाब के दो यात्री चंद्र प्रकाश (22) और सरबजीत (23) पोलैंड के लिए उड़ान भरने के इरादे से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। आव्रजन मंजूरी के दौरान अधिकारियों ने उनके पासपोर्ट पर पोलैंड का फर्जी वीजा चिपका हुआ पाया।"

आईजीआई हवाई अड्डा थाने में बीएनएस की धारा 420 (धोखाधड़ी), 468 (जालसाजी), 471 (जाली दस्तावेजों को असली दस्तावेजों के तौर पर इस्तेमाल करना) और पासपोर्ट अधिनियम की धारा 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पूछताछ के दौरान दोनों यात्रियों ने खुलासा किया कि उन्होंने कुलविंदर को 3-3 लाख रुपए दिए थे, जिसने पोलैंड के रास्ते पुर्तगाल की उनकी यात्रा को सुविधाजनक बनाने का वादा किया था।

उन्होंने कहा कि कुलविंदर ने अपने साथियों के साथ मिलकर उनके जाली वीजा और यात्रा टिकटों का इंतजाम किया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जांच के बाद सितंबर 2021 में कुलविंदर को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के आधार पर पुलिस ने कुलविंदर के प्रमुख सहयोगी गगनदीप की पहचान की।

उन्होंने बताया कि गगनदीप के ज्ञात ठिकानों पर कई छापे मारे गए, लेकिन वह गिरफ्तारी से बचता रहा। रागनानी ने बताया कि पुलिस को गगनदीप के अमृतसर में होने का पता चला, जहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया। गगनदीप ने लगातार पूछताछ के दौरान धोखाधड़ी में अपनी भूमिका कबूल की।

उन्होंने बताया कि उसने स्वीकार किया कि वह कई वर्षों से एजेंट के रूप में काम कर रहा था और विदेश में नौकरी के अवसर तलाश रहे व्यक्तियों को ठगने के लिए कुलविंदर के साथ मिलीभगत की थी।

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