मुंबई, 10 जून (एजेंसी)
नियमों के कथित उल्लंघन को लेकर महाराष्ट्र में हुए राज्यसभा चुनाव की मतगणना में देरी हुई। भाजपा के इस आरोप के बाद मतगणना रोक दी गई कि सत्तारूढ़ महाविकास अघाडी के तीन विधायकों-कैबिनेट मंत्रियों-जितेंद्र आव्हाड (राकांपा), यशोमती ठाकुर (कांग्रेस) और शिवसेना के विधायक सुहास कांडे ने मतदान से संबंधित आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया। प्रदेश भाजपा के एक नेता ने कहा, ‘हमने निर्वाचन आयोग के समक्ष अपील की है कि उनके वोट को अमान्य ठहराया जाए।’ भाजपा ने आरोप लगाया कि आव्हाड और ठाकुर ने केवल मतपत्र दिखाने के बजाय अपने मतपत्र अपनी पार्टी के एजेंट को सौंप दिए, जबकि कांडे ने दो अलग-अलग एजेंट को अपना मतपत्र दिखाया। आयोग के निर्देश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। शिवसेना के नेता एवं मंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई में कहा, मतगणना के लिए निर्वाचन आयोग से अनुमति की जरूरत है। अधिकारियों ने निर्वाचन आयोग को अनुमति के लिए एक ईमेल भेजा है। वहीं, एक संविधान विशेषज्ञ ने कहा कि मतगणना तब तक शुरू नहीं की जा सकती जब तक निर्वाचन आयोग अपना फैसला नहीं दे देता क्योंकि जब तक वैध मतों की संख्या तय नहीं हो जाती, तब तक जीत का कोटा तय नहीं किया जा सकता।