नयी दिल्ली, 5 फरवरी (एजेंसी)
भारत में कोरोना के अपने टीके के आपात इस्तेमाल की अनुमति के लिए दवा कंपनी फाइजर ने आवेदन वापस लेने की घोषणा की है। इससे दो दिन पहले देश के औषधि नियामक की एक विशेषज्ञ समिति ने इस चरण में कंपनी के टीके को ऐसी मंजूरी देने के खिलाफ सिफारिश की थी। अधिकारियों ने शुक्रवार को इस बारे में बताया।
ब्रिटेन और बहरीन में मंजूरी हासिल करने के बाद फाइजर ऐसी पहली कंपनी थी जिसने कोविड-19 टीके के लिए 5 दिसंबर को भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से अनुमति मांगी थी। विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने 3 फरवरी को फाइजर के आवेदन पर विचार-विमर्श किया था। एसईसी की सिफारिशों में कहा गया, ‘पक्षाघात व अन्य दुष्प्रभाव के मामले सामने आये थे और मृत्यु के मामलों की जांच की जा रही है। कंपनी ने भारतीय आबादी के हिसाब से सुरक्षा और प्रतिरक्षा संबंधी आंकड़ा तैयार करने का प्रस्ताव नहीं दिया। समिति ने इस चरण में आपात इस्तेमाल की सिफारिश नहीं की।’
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, ‘फाइजर ने भारतीय औषधि महानियंत्रक की विशेषज्ञ समिति की बैठक में भाग लिया था। बैठक में हुई चर्चा और अपनी समझ के आधार पर कंपनी ने अपना आवेदन वापस लेने का फैसला किया है। फाइजर डीसीजीआई के संपर्क में रहेगी और अतिरिक्त जानकारी के बाद मंजूरी के लिये दोबारा आवेदन करेगी।’
देश में 12408 नये मामले
भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 12408 नये मामले सामने आये, जबकि 15853 लोग ठीक हुए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना के कुल मामले 1,08,02,591 हो चुके हैं। इनमें से 1,04,96,308 मरीज ठीक हो चुके हैं। बीते 24 घंटे में 120 संक्रमितों मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 1,54,823 पर पहुंच गयी। मंत्रालय के अनुसार कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर 97.16 फीसदी और मौत की दर 1.43 फीसदी है। देश में 1,51,460 मरीज उपचाराधीन हैं। आईसीएमआर के अनुसार बृहस्पतिवार को देश में 7.15 लाख से ज्यादा कोरोना टेस्ट किए गये।