लखनऊ, 1 नवंबर (एजेंसी) कांग्रेस महासचिव और पार्टी की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी ने महिलाओं के लिए एक अलग घोषणापत्र तैयार किया है। प्रियंका ने ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश की मेरी प्रिय बहनों, आपका हर दिन संघर्षों से भरा है। कांग्रेस पार्टी ने इसे समझते हुए अलग से एक महिला घोषणा पत्र तैयार किया है।’ उन्होंने इसी ट्वीट में घोषणा पत्र में शामिल कुछ वादों का जिक्र करते हुए कहा, ‘कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने पर सालाना भरे हुए तीन रसोई गैस सिलेंडर मुफ्त दिए जायेंगे। साथ ही प्रदेश की सरकारी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा का प्रबंध होगा।’ प्रियंका ने इस ट्वीट के साथ एक तस्वीर भी टैग की, जिसमें महिलाओं को लेकर कई वादों का जिक्र है। इनमें आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रतिमाह 10,000 रुपए मानदेय देने, नए सरकारी पदों पर आरक्षण के प्रावधानों के अनुसार 40 प्रतिशत पदों पर महिलाओं की नियुक्ति, 1000 रुपये प्रतिमाह वृद्धा-विधवा पेंशन देने और उत्तर प्रदेश की वीरांगनाओं के नाम पर प्रदेश भर में 75 दक्षता विद्यालय खोलने के वादे शामिल हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस का खोया जनाधार वापस दिलाने की कोशिश में जुटीं प्रियंका गांधी अपने चुनाव अभियान के दौरान खास तौर पर महिलाओं को लुभाने का प्रयास कर रही हैं। इससे पहले, वह उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में 40 प्रतिशत सीट पर महिला उम्मीदवार उतारने के ऐलान के साथ-साथ छात्राओं को स्मार्टफोन और इलेक्ट्रिक स्कूटी देने की भी घोषणा कर चुकी हैं।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।