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Chandigarh Health Camp : सेक्टर 25 में अनूठा स्वास्थ्य शिविर, योग और जागरूकता से मरीजों की नई शुरुआत

Chandigarh Health Camp : चिरकालिक पीठ दर्द और कैंसर के इलाज में योग बना उम्मीद की किरण
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विवेक शर्मा/चंडीगढ़ , 23 जनवरी

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Chandigarh Health Camp : सुबह की हल्की धुंध में सेक्टर 25 की सार्वजनिक स्वास्थ्य डिस्पेंसरी (UAAM-25) में हलचल कुछ खास थी। कैंपस के भीतर मरीजों और स्वास्थ्य कर्मियों का उत्साह देखते ही बन रहा था। पीजीआईएमईआर, रोटरी क्लब चंडीगढ़ सेंट्रल और इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ डेंटिस्ट (ICD) के सहयोग से यहां 23 जनवरी 2025 को एक अनोखा स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया। उद्देश्य साफ था—चिरकालिक पीठ दर्द (CLBP), मौखिक और स्तन कैंसर से जूझ रहे मरीजों के लिए मुफ्त इलाज, जागरूकता और योग आधारित समाधान का रास्ता खोलना।

योग से इलाज की नई पहल

डॉ. बबीता घई, पीजीआईएमईआर की पेन क्लिनिक की प्रभारी, ने इस शिविर का नेतृत्व किया। उन्होंने चिरकालिक पीठ दर्द के इलाज में योग की भूमिका पर जोर देते हुए कहा, "हमारा उद्देश्य केवल दर्द से राहत नहीं है, बल्कि मरीजों के जीवन में स्थायी बदलाव लाना है। डीएसटी सत्या (DST SATYAM) परियोजना के तहत यह पहली बार है जब भारत में योग चिकित्सा को वैज्ञानिक ढंग से चिरकालिक पीठ दर्द के इलाज में शामिल किया जा रहा है।"

27 जनवरी से इस पहल के तहत दो हफ्ते तक योग कक्षाएं आयोजित की जाएंगी, जहां प्रशिक्षित योग विशेषज्ञ मरीजों को व्यायाम और मानसिक स्वास्थ्य प्रबंधन सिखाएंगे।

शिविर की खास बातें

शिविर में लगभग 80 मरीजों ने भाग लिया। इस दौरान विभिन्न गतिविधियों और जागरूकता अभियानों का आयोजन किया गया।

1. नि:शुल्क जांच और इलाज:

मरीजों की जांच, विशेषकर चिरकालिक पीठ दर्द, मौखिक और स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग, पीजीआई के विशेषज्ञों द्वारा की गई। मरीजों को मुफ्त दवाइयां और पौष्टिक नाश्ता भी दिया गया।

2. जागरूकता अभियान:

- बी.एससी. नर्सिंग छात्रों ने हिंदी में पोस्टर और चार्ट के माध्यम से पीठ दर्द प्रबंधन, सही पोश्चर और अच्छे पोषण के महत्व को सरल भाषा में समझाया।

- नर्सिंग छात्रों ने शिक्षाप्रद नाटक प्रस्तुत किए, जिनमें पीठ दर्द के कारण, सही जीवनशैली, और व्यायाम के फायदे बताए गए।

- LED स्क्रीन पर 3-5 मिनट के छोटे वीडियो दिखाए गए, जिनमें सही मुद्रा और पीठ दर्द से बचने के उपाय बताए गए।

योग कक्षाओं की शुरुआत:

मरीजों के लिए 15 दिनों तक लचीले समय में योग और व्यायाम कक्षाएं शुरू की जाएंगी, ताकि वे अपनी सुविधा अनुसार भाग ले सकें।

शिविर की सफलता में योगदान

रोटरी क्लब चंडीगढ़ सेंट्रल और डिस्पेंसरी स्टाफ ने इस शिविर को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। क्लब के प्रमुख सदस्य, जैसे अध्यक्ष रोटेरियन एस.पी. ओझा, डॉ. आर.पी. गुप्ता, रोटेरियन दीप्ति ओझा, और अन्य ने मरीजों के साथ घुल-मिलकर जागरूकता फैलाने में मदद की।

डिस्पेंसरी स्टाफ, जिसमें डॉ. सनी मेहता, एएनएम सुनीता और एमपीडब्ल्यू कमल शामिल थे, ने शिविर की व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित किया।

मरीजों की प्रतिक्रियाएं और सामुदायिक प्रभाव

शिविर में आए मरीजों ने योग कक्षाओं की खास सराहना की। मरीजों ने कहा कि डिस्पेंसरी में योग सत्र का आयोजन उनके लिए सुलभ और प्रभावी होगा।

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