अच्छे संबंधों के लिए सुलझाना होगा सीमा विवाद : जयशंकर
अजय बनर्जी/ ट्रिन्यू
नयी दिल्ली, 14 जुलाई
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को बीजिंग में अपने चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात के दौरान कहा कि भारत और चीन को अपने संबंधों को सामान्य बनाने के लिए सीमा संबंधी मुद्दों को सुलझाना होगा और प्रतिबंधात्मक व्यापारिक कदमों से बचना होगा। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में जयशंकर ने सीमा विवाद और सैन्य तैनाती पर आगे की रणनीति का जिक्र किया। मंत्री ने वांग से कहा, ‘अब यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम सीमा से जुड़े अन्य पहलुओं पर भी ध्यान दें, जिसमें तनाव कम करना भी शामिल है।’
जयशंकर शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन की यात्रा पर हैं। उन्होंने चीन के विदेश मंत्री के अलावा उपराष्ट्रपति हान झेंग से भी मुलाकात की।
दोनों दोनों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव कम करने का मुद्दा पिछले साल अक्तूबर से लंबित है, जब दोनों पड़ोसी देश टकराव वाले दो बिंदुओं से पीछे हटने पर सहमत हुए थे। चीनी विदेश मंत्री से मुलाकात के दौरान जयशंकर ने कहा, ‘हमने अपने द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य बनाने की दिशा में पिछले नौ महीने में काफी प्रगति की है। यह सीमा पर तनाव के समाधान और शांति बनाये रखने की हमारी क्षमता का परिणाम है। यह पारस्परिक रणनीतिक विश्वास और द्विपक्षीय संबंधों के सुचारू विकास का मूलभूत आधार है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि अब हम तनाव कम करने समेत सीमा से जुड़े अन्य पहलुओं पर भी ध्यान दें।’
जयशंकर ने ‘प्रतिबंधात्मक’ व्यापारिक कदमों और ‘बाधाओं’ से बचने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उनका स्पष्ट इशारा चीन द्वारा महत्वपूर्ण खनिजों के निर्यात पर रोक लगाने से था निश्चित रूप से परस्पर लाभकारी सहयोग को बढ़ावा दे सकते हैं।
सीधी उड़ानों को लिए उठाएंगे कदम
विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि भारत और चीन सीधी उड़ान संपर्क सुनिश्चित करने के लिए व्यावहारिक कदम उठाने पर सहमत हुए हैं। जयशंकर ने सीमा पार नदियों पर सहयोग की आवश्यकता पर भी बल दिया, जिसमें चीनी पक्ष द्वारा जल विज्ञान संबंधी आंकड़े उपलब्ध कराना भी शामिल है।